डी बी एस न्यूज,महराजगंज:उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने आज बड़ी सफलता प्राप्त की है। करोड़ों की बकायेदारी के साथ ही वाराणसी में बैंक कर्मी की हत्या के मामले में फरार पूर्व सांसद जवाहर जायसवाल को एसटीएफ ने मध्य प्रदेश के दमोह से गिरफ्तार किया है। जायसवाल पर 25 हजार का ईनाम घोषित है। उसका पुत्र अभी भी फरार चल रहा है। यूपी एसटीएफ की टीम ने चंदौली से समाजवादी पार्टी के टिकट पर सांसद बने जवाहर जायसवाल को मध्य प्रदेश के दमोह से गिरफ्तार किया है। जवाहर जायसवाल बैंक पर करोड़ों की देनदारी के साथ ही 2012 में वाराणसी में बैंक कर्मी महेश जायसवाल की हत्या में वांछित है।
चंदौली से सपा के पूर्व सांसद और लिकर किंग के नाम से मशहूर जवाहर जायसवाल के ऊपर महराजगंज के चीनी मिल प्रकरण में करोड़ों की बकायेदारी भी है 46 करोड़ 76 लाख रुपए के बकाए को लेकर सुर्खियों में हैं। पूर्व उप ब्लाक प्रमुख चिरईगांव अजय मिश्रा ने बताया, ”जवाहर जायसवाल ने 80 के दशक में साइकिल, फिर बाइक से देशी शराब बेची। कांग्रेस से जुड़ने के बाद 90 के दशक में एक बार राजीव गांधी सरकार में हेलिकॉप्टर खरीदने के लिए भी एप्लिकेशन दे चुके हैं, लेकिन टेक्निकल कारणों से सपना पूरा नहीं हो पाया। धीरे-धीरे पूर्वांचल समेत प्रदेश में कई जगहों पर शराब के बड़े बिजनेसमैन के रूप में उभरे।”
क्या है मामला?
– जवाहर जयसवाल काशी के लालपुर के रहने वाले हैं।
– 8वीं पास जवाहर 90 के दशक में कांग्रेस जिला पंचायत अध्यक्ष बने। 1995 में चंदौली सपा सीट से पहली बार सांसद बने।
– जवाहर ने कुशीनगर के पडरौना में 2005 में एक चीनी मिल ली। इसमें उनके दो बेटे और पत्नी भी पार्टनर के रूप में शामिल थे।
– इसके बाद करीब 46 करोड़ रुपए के बकाए का भुगतान किए बिना चीनी मिल को बंद कर दिया था।
– कुशीनगर प्रशासन बार-बार उन्हें भुगतान के लिए नोटिस भेज रहा था।
– सोमवार को राजस्व वसूली को लेकर पडरौना (कुशीनगर) के एसडीएम अजय नारायण सिंह ने जिला प्रशासन की मदद से नीलामी और कुर्की को लेकर होटल रमाडा और जेएचवी शॉपिंग मॉल पर नोटिस चस्पा करवा दिया।
– 24 घंटे की मोहलत पाकर जवाहर ने मंगलवार को 3.97 करोड़ की पहली किश्त जमा की। बकाया नहीं मिलने पर 21 दिन बाद कुर्की की जाएगी।
– जवाहर जायसवाल को दो आरसी भी जारी की गई हैं। एक आरसी में तीन करोड़ 75 लाख 92 हजार और दूसरी आरसी में 43 करोड़ रुपए की वसूली होनी है।
9 साल पहले थी 33 करोड़ की संपत्ति
– जवाहर ने 2009 में चंदौली से ही बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। उस समय जवाहर ने एफिडेविट में अपनी संपत्ति 33 करोड़ 85 लाख 38 हजार रुपए घोषित की थी।
– इस दौरान उनके पास न कोई एलआईसी थी और न ही मोटर साइकिल।
– 2 लाख 33 हजार कैश था, करीब 24 लाख का हीरा और करीब 4 लाख का गोल्ड था, जबकि 2 करोड़ का एग्रीकल्चरल लैंड था।
– जवाहर ने होटल बिजनेस को शुरू किया। वाराणसी में रमाडा और इंडिया होटल और जेएचसी मॉल को डेवलप किया।
कभी हेलिकॉप्टर के लिए दी थी एप्लिकेशन
पूर्व उप ब्लाक प्रमुख चिरईगांव अजय मिश्रा ने बताया, ”जवाहर जायसवाल ने 80 के दशक में साइकिल, फिर बाइक से देशी शराब बेची। कांग्रेस से जुड़ने के बाद 90 के दशक में एक बार राजीव गांधी सरकार में हेलिकॉप्टर खरीदने के लिए भी एप्लीकेशन दे चुके हैं, लेकिन टेक्निकल कारणों से सपना पूरा नहीं हो पाया।”
”धीरे-धीरे पूर्वांचल समेत प्रदेश में कई जगहों पर शराब के बड़े बिजनेसमैन के रूप में उभरे।”