डी बी एस न्यूज,महराजगंज: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तर प्रदेश के तहत कार्यरत संविदा कर्मियों की 21 जनवरी से चल रही हड़ताल बृहस्पतिवार को भी जारी रही। संविदा कर्मियों ने चार सूत्री मांगें पूरी कराने के लिए 28 जनवरी से इमरजेंसी सेवा भी ठप करने की चेतावनी दी है।
उधर, हड़ताली कर्मचारियों ने बृहस्पतिवार को समस्त ब्लॉकों एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय परिसर बुद्धि-शुद्धि यज्ञ किया। उनका कहना था कि यज्ञ के माध्यम से सरकार को जगाने का प्रयास किया जा रहा है। एनएचएम संघ के जिला महामंत्री डॉक्टर प्रज्ञानंद सागर ने चेतावनी दी कि उनकी मांगें अविलंब पूरी नहीं हुईं तो 28 जनवरी से इमरजेंसी की भी समस्त सेवाएं ठप कर दी जाएंगी। इस मौके धर्मेंद्र गुप्ता, हरिकेश यादव, रवि कृष्णकांत यादव, डॉ. छाया, डॉ. पीए लारी, शिवेंद्र श्रीवास्तव, बृजेश विश्वकर्मा, डॉ. हरकेश, विनोद गुप्ता, नवीन श्रीवास्तव, सूर्य प्रताप सिंह, डॉ. प्रदीप आदि मौजूद रहे।उधर, सीएचसी बनकटी में भी बुद्धि शुद्धि यज्ञ हुआ। इस दौरान डॉ. विशाल चतुर्वेदी, राम सरन गुप्ता, सत्य प्रकाश त्रिपाठी, अर्जुन सिंह, केशव शुक्ला, कविता शर्मा, प्रीती, अमित पांडेय, साधन त्रिपाठी आदि मौजूद रहीं। निचलौल, सिसवा, लक्ष्मीपुर, रतनपुर, पनियरा, परतावल समेत अन्य सीएचसी में बुद्धि शुद्धि यज्ञ किया गया।उधर, समान कार्य के लिए समान वेतन सहित अन्य मांगों के समर्थन में चार दिनों से संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की चल रही हड़ताल के कारण चिकित्सा व्यवस्था प्रभावित होने लगी है। स्वास्थ्यकर्मियों के कार्य बहिष्कार और धरना के कारण पर मरीजों के साथ ही मरीजों की बढ़ती जा रही है। स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल के कारण स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों को मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाएं प्रभावित हुई हैं। वहीं, ग्राम पंचायतों में स्थित ज्यादातर उप स्वास्थ्य केंद्रों व अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्रों पर संविदा कर्मियों की तैनाती के कारण यहां मरीजों के मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाएं बंद हैं। इन जगहों पर एएनएम ही तैनात हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में आउटडोर एवं बच्चों के टीकाकरण पर भी प्रतिकूल असर पड़ने लगा है। स्वास्थ्यकर्मियों का कहना है कि मांगें पूरी होने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। जिले में अन्य स्थानों पर तैनात संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने कार्य बहिष्कार कर आवाज बुलंद किया। स्वास्थ्य कर्मियों का आरोप था कि उनकी मांगों के प्रति सरकार गंभीर नहीं है। इसके चलते उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है। उधर, इमरजेंसी छोड़कर अन्य स्वास्थ्य सेवाएं कर्मियों ने ठप कर दी है। जिला अस्पताल से लगायत सीएचसी तक पहुंचने वाले मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिला अस्पताल में ब्लड बैंक, आयुष, सर्जिकल वार्ड, टीबी क्लीनिक समेत अनुभागों में कामकाज ठप रहा।