डीबीएस न्यूज, नौतनवां/महराजगंज: पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड को निजी हाथ में सौंपने का फैसला फिलहाल टाल दिया गया है। निजीकरण को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार और बिजली विभाग के अधिकारियों के बीच बैठक में बिजली व्यवस्था के निजीकरण को 15 जनवरी, 2021 तक टाल दिया गया है। इस फैसले के बाद बिजलीकर्मियों की अनिश्चिकालीन हड़ताल को कर्मचारी संगठनों ने वापस ले लिया है।
निजीकरण के फैसले का विरोध कर रहे कर्मचारियों ने सरकार से कहा था कि अगर उनकी मांगे न मानी गईं तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। कर्मचारियों का आंदोलन जैसे जैसे आगे बढ़ता जा रहा था, आम जनता की मुश्किलें बढ़ती जा रही थीं। इस बात से मना नहीं किया जा सकता है कि है कि सरकार ने इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुये ये फैसला लिया है।
डीबीएस न्यूज को नौतनवां जूनियर इंजीनियर सुनील कुमार प्रजापति ने बताया कि हम लोगो ने हड़ताल वापस ले लिया है। विधुत कर्मी अपने कार्यो पर वापस लौट रहे है। अभी एक घंटे में लाइट आने की बात नौतनवां जूनियर इंजीनियर ने कही है।
विद्युत कर्मियों के हड़ताल जाने से पब्लिक में मच गई थी हाहाकार, लाखों लोग विद्युत बाधित होने से हो गए थे त्रस्त
बिजली कर्मचारियों की हड़ताल से उत्तर प्रदेश के तमाम शहरों में हाहाहार मच गया था। हड़ताल वापस होने की सूचना ने पब्लिक में काफी खुशखबरी भरी खबर है। विरोध का आलम यह था कि बिजलीकर्मियों के कार्य बहिष्कार के कारण सोमवार को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या, ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा सहित तीन दर्जन से अधिक मंत्रियों और करीब 150 विधायक, विधान परिषद सदस्यों के सरकारी आवास सहित राजधानी की बिजली सप्लाई ठप हो गई थी। वीवीआईपी इलाकों में बिजली गुल होने से पावर कॉरपोरेशन प्रबंधन से लेकर शासन स्तर तक हड़कंप मच गया था। हालांकि विद्युत कर्मचारियों की हड़ताल खत्म कर कार्य पर वापस लौटने से लोगों के चेहरे पर मुस्कान फिर से लौट आई है।