डीबीएस न्यूज, पटना: बिहार विधानसभा इस चुनावी वर्ष में नेता अब अपने फायदे को देखते हुए आलोचना और तारीफ करने लगे हैं। चुनाव के दूसरे चरण में मंगलवार को 94 सीटों पर मतदान होना है, उससे पहले सोमवार की शाम महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार और राजद नेता तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर ‘युवा नौकरी संवाद’ किया। इस दौरान तेजस्वी ने महागठबंधन के वादे याद दिलाए और विरोधियों पर निशाना साधा। उन्होंने ‘संवाद’ में कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान यह बात स्पष्ट रूप से सामने आया कि लोगों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति गुस्सा अब नफरत में बदल गई है।
तेजस्वी ने 10 लाख नौकरियों के वादे को दोहराते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार होते हुए भी बिहार में बेरोजगारी की दर देश में सबसे अधिक 46.6 प्रतिशत है। तेजस्वी ने इस संवाद के जरिए विरोधियों के इस सवाल का भी जवाब दिया कि नौकरी देने के लिए पैसा कहां से आएगा।
उन्होंने कहा, “बिहार सरकार अपने बजट का 40 फीसदी हिस्सा खर्च नहीं कर पाती। उस राशि का इस्तेमाल किया जाएगा। यदि इस पर भी शक है तो हमारी सरकार बनेगी तो मुख्यमंत्री और विधायकों की सैलरी में कटौती करनी पड़े या रोकनी पड़े तो रोककर नौजवानों को सैलरी देगी।”