डीबीएस न्यूज, नौतनवां: पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के सरकार द्वारा प्रस्तावित निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मचारीयो का हड़ताल प्रदर्शन जोरो पर है।
नौतनवा में बिधुत आपूर्ति को लेकर डीबीएस न्यूज़ ने विधुत विभाग के एक जिम्मेदार अधिकारी से बात की।
उन्होंने बताया कि विधुत कर्मचारियों ने 5 अक्टूबर तक डेड लाइन दिया था यदि उनकी मांगों को सरकार पूरी नहीं करती है तो वह हड़ताल पर उतर जाएंगे।
परिणाम स्वरुप विद्युत उपखंड नौतनवा सहित तमाम क्षेत्र के विरूद्ध कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर दिया है।
विधुत कर्मचारियों ने बताया कि पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड को उतर प्रदेश सरकार द्वारा प्रस्तावित प्राइवेट करने का अपना रुख स्पष्ट कर दिया है। जिससे विद्युत कर्मचारियों की नौकरी खतरे में दिख रही है। इसके साथ ही जनता के ऊपर अतिरिक्त बिजली चार्ज बढ़ जाएगा।
जब डीबीएस न्यूज़ ने नौतनवा जेई सुनील कुमार से पूछा कि क्या नौतनवा में आज 6 घण्टे से अधिक कटौती आपके हड़ताल का पार्ट हैं तो उन्होंने कहा नहीं हमने फीडर चालू हालत में छोड़ दिया था जब बैठ गया तो उसकी जिम्मेदारी हमारी नहीं क्यों कि हम हड़ताल पर है। हड़ताल तब तक जारी रहेगा जब तक हमारी मांग मान नहीं ली जाती। जेई नौतनवा ने कहा कि हम सब मुकदमा झेलने के लिए तैयार हैं, जेल जाने को तैयार हैं। हमारी मांगे जायज है।
वही नौतनवा जिलाधिकारी प्रमोद कुमार व क्षेत्राधिकारी अजय सिंह चौहान विद्युत व्यवस्था सुचारू कराने में लगे रहे। हालांकि इस बात को भी अनदेखा नहीं किया जा सकता है कि उच्चाधिकारियों को भी विद्युत व्यवस्था बहाल कराने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
कुल मिला जुला कर यह साफ है कि कहीं ना कहीं विद्युत कर्मचारियों के हड़ताल की मार जनता पर पड़ रही है। सरकार और विद्युत कर्मचारियों के बीच में जनता पिस रही है आखिर इसका जिम्मेदार कौन है?