डी बी एस न्यूज,महराजगंज: सदर बीआरसी परिसर में रविवार को प्राथमिक स्कूलों के प्रधानाध्यापकों, उच्च प्राथमिक विद्यालयों के सहायक अध्यापकों एवं नव नियुक्त शिक्षकों ने बैठक की। इसमें शिक्षकों ने सरकार की तरफ से जारी कंपोजिट स्कूल बनाए जाने संबंधी आदेश के प्रति नाराजगी जताई। शिक्षकों ने चेतावनी दी कि सरकार ने कंपोजिट स्कूल बनाए जाने संबंधी आदेश वापस नहीं लिया तो आंदोलन शुरू करेंगे।
बैठक में शिक्षकों ने कहा कि कंपोजिट स्कूल का यह आशय है कि एक ही परिसर में संचालित जूनियर व प्राइमरी स्कूल का प्रधानाध्यापक किसी वरिष्ठ को बनाया जाएगा। प्राइमरी एवं जूनियर हाईस्कूल का एक ही प्रधानाध्यापक होगा। शिक्षकों ने आरोप लगाया कि इस नियम से शिक्षकों के प्रमोशन पर विपरीत असर पड़ेगा। इस आदेश से एक प्रधानाध्यापक का अधिकार समाप्त कर दिया गया है। उसे प्रधानाध्यापक बनाकर पास के विद्यालय के सीनियर प्रधानाध्यापक के अधीन कार्य कराया जाएगा। शिक्षकों का यह भी कहना था कि एनसीटीई की गाइड लाइन के तहत प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक के लिए प्राथमिक का टेट तथा जूनियर विद्यालय में शिक्षक के लिए जूनियर का टेट अनिवार्य है, तो किस गाइड लाइन के तहत जूनियर विद्यालय में शिक्षण कार्य लिया जाएगा। यह आदेश आरटीई 2009 के नियमों के विरुद्ध है। शिक्षकों का कहना था कि सरकार को यह आदेश वापस लेना चाहिए, ताकि 38 हजार प्रधानाध्यापकों के पद समाप्त न हों तथा शिक्षण कार्य बाधित न हो। वक्ताओं ने चेतावनी दी कि अगर यह आदेश अविलंब वापस नहीं लिया गया तो शिक्षक आंदोलन करेंगे। सदर बीआरसी परिसर में हुई बैठक में श्रवण कुमार चौरसिया, उदय नारायण दूबे, फैज अहमद, धर्मेन्द्र कुमार, राजेश कुमार, रामप्रवेश गौड़, जंग बहादुर, प्रभात चंद राय, उपेंद्र त्रिपाठी, अनुपम कुमार दूबे, संतराम वर्मा, संजय कुमार चौधरी, शैलेश कुमार चौधरी, विपीन कुमार, कुलदीप सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे।