डी बी एस न्यूज,महराजगंज: ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान(आरसेटी) द्वारा पूरे वित्तीय वर्ष में जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले 550 बेरोजगारों को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। कृषि, उत्पाद व विभिन्न सामग्री निर्माण के प्रशिक्षण से जरूरतमंदों के ज्ञान के स्तर को बढ़ाया जाएगा तथा उनके जीवन स्तर को सुधारने की पहल होगी। ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के साधन न होने से काम के इच्छुक लोग देश के विभिन्न राज्यों में जाकर रोजगार कर अपने व परिवार के जीविकोपार्जन की व्यवस्था करते हैं। गरीब परिवार के ऐसे बेरोजगारों का पलायन रोकने व स्थानीय स्तर पर रोजगारपरक जानकारी देने के लिए वित्तीय वर्ष 2019-20 में कुल 22 प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाने के लिए संस्थान ने कार्ययोजना बना ली है। बनाए गए कार्ययोजना में उत्पाद निर्माण के 11 प्रशिक्षण के माध्यम से 275 बेरोजगारों, कृषि के छह प्रशिक्षण के माध्यम से 150 बेरोजगारों, विभिन्न क्षेत्रों के कार्यों के तहत चार प्रशिक्षण के माध्यम से 100 बेरोजगारों तथा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत एक प्रशिक्षण द्वारा 25 बेरोजगारों को प्रशिक्षित किए जाने की योजना है। प्रशिक्षण के माध्यम से रोजगार के इच्छुक गरीब महिला व पुरुषों को स्वरोजगार कर आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
सिर्फ महिलाओं के लिए चलने हैं आठ प्रशिक्षण:
वर्ष भर में वैसे तो कुल 22 प्रशिक्षण आयोजित होंगे, मगर इनमें आठ प्रशिक्षण ऐसे होंगे जो सिर्फ महिलाओं के लिए होंगे। ब्यूटी पार्लर, महिला सिलाई, साफ्ट खिलौने के निर्माण, पापड़, अचार निर्माण तथा बंबू व केन क्राफ्ट निर्माण के द्वारा लगभग 150 महिलाएं प्रशिक्षित होंगी। इसके अतिरिक्त अन्य सभी प्रशिक्षणों में महिला व पुरुष दोनों की सहभागिता होगी।
प्रशिक्षण से जीवनस्तर सुधारने में मिलेगी मदद: निदेशक
ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान के निदेशक रमेशचंद्र सिंह बृजवाल ने बताया कि प्रशिक्षण के माध्यम से गरीबों के जीवन स्तर को सुधारने में मदद मिलेगी। आत्मनिर्भर बन सभी खुशहाल होंगे।