डी बी एस न्यूज, नौतनवां: नगर में चौकी इंचार्ज की पुलिसगिरी की शिकायत लगातर कई दिनों से मिल रही थी लेकिन पुलिसगिरी के आवश्यक साक्ष्यों की पुष्टि के अभाव के कारण चौकीइंचार्ज राय साहब अपने दबंग अंदाज में काबिज है। पत्रकार से अभद्रता की बात जनता में उजागिर होने से व उच्चाधिकारियों की फटकार से शायद चौकी इंचार्ज को जनता से पेश होने का सलीका आ जाए।
पत्रकार से अभद्रता का क्या है मामला?
मिली जानकारी के अनुसार जनमोर्चा अखबार के पत्रकार व जॉर्नलिस्ट प्रेस क्लब के कोषाध्यक्ष अशोक कुमार गुप्त व उनके पट्टीदार के आपसी समझौते से नौतनवां सब्जी मंडी में प्रतिदिन के हिसाब से वसूली चल रहा था लेकिन पाटीदारो में आपसी मतभेद के कारण प्रतिदिन की वसूली में कुछ विवाद आ गया इस मम्मले को पुलिस के समक्ष पेश किया गया जिसमें दोनों पकहो ने अपनी अपनी बातों को पुलिस के समक्ष रखा। उक्त मामला नौतनवां क्षेत्राधिकारी राजू कुमार साव के संज्ञान में भी था लेकिन फिर भी नगर चौकी इंचार्ज बड़े ही पुलिसिया अंदाज में पत्रकार के घर अपने दो कॉन्स्टेबल के साथ पहुचे और अपनी ओछे लहजो में पत्रकार को बुलाने लगे फिर उन्हें लिवाकर सब्जी मंडी में लाकर बदसलूकी करने लगे। पीड़ित पत्रकार का आरोप है कि चौकी इंचार्ज ने उन्हें बुरी तरह धक्का भी दिया जिससे उनके कपड़े भी फट गए । पुलिस की इस प्रकार की नीचता से पत्रकार काफी आहत है उसकी सामाजिक क्षति हुई है और मान सम्मान को ठेस पहुंची है।उक्त मामले की शिकायत पत्रकार ने उच्चाधिकारियों पुलिस अधीक्षक, राज्य निर्वाचन आयोग, पुलिस महानिदेशक, मानवाधिकार आयोग में किया है और अभद्र चौकी इंचार्ज पर त्वरित बिधिक कार्यवाही की मांग की है जिससे कि किसी आम नागरिक के साथ ऐसी घटना ने घाट जाए।चौकी इंचार्ज साहब जब पत्रकारों से बत्तमीजी से पेश आ रहे है तो इनके शिकार कोई भी आम नागरीक हो सकता है इस बात में कोई गुरेज नही है।चौकी इंचार्ज के द्वारा इस प्रकार की अभद्रता से पेश आने की समस्त पत्रकार बंधु निंदा करते है और देश के चौथे स्तंभ के संज्ञा से नवाजे जाने वाले यदि पुलिस की पुलिसगिरी के शिकार हो रहे तो ऐसे चौकी इंचार्ज को सस्पेंड करने का पत्रकार संघ मांग करता है।