डी बी एस न्यूज, सुनौली: खबर की हेडलाइन आपसभी पाठको को कुछ अष्पष्ट जरूर लग रही होगी आईये नीचे जानते है क्या है मामला?
आज दिनांक 21 जून को सुबाष नगर वार्ड नम्बर 9 (पूर्ब नाम ग्राम- त्रिलोकपुर, पोस्ट-जारा) में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (RBSK) के अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय में बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण होना था।
मामला यह था कि डॉक्टर एस के त्रिपाठी साहेब व इनके साथ फिजियोथेरिपिस्ट जितेंद्र त्रिपाठी भारत सरकार की टैग लगी बोलेरो लेकर आये और केवल एक बच्चे की परीक्षण कर सहेबन्दाजी दिखा निकल दिए। जबकि वहां मौके पर करीब पचास से ऊपर बच्चों की संख्या मौजूद थी। जहाँ एनआरएचएम स्वास्थ्य संबंधी योजनाओ के माध्यम से देश के नानिहालो को स्वस्थ्य और तंदरुस्त रखने के लिए योजनाए चला रहा है वही कुछ लापरवाह किसिम की कर्मचारी ऐसी तमाम जनोपयोगी योजनाओं पर पानी फेर रहे है एक चिकित्सक की ऐसी भूमिका क्या अच्छे चिकित्सक के नाम को बदनाम नही कर रही है?
आखिर लौटना पड़ा डॉ साहेब को
डॉ एस के त्रिपाठी के वापस जाने के बाद वहाँ उपस्थित बच्चों के अभिभावक में महिलाएं व कुछ पुरूष बृजमोहन, अनिरुद्ध, कमलेश, प्रेमशीला, मन्नू, उर्मिला देवी सहित कई अन्य लोग आक्रोशित हो उठे , ग्रामीणों ने बताया कि डॉक्टर ने केवल एक बच्चे का परीक्षण किया और फ़ोटो खिंचा वापस चले गए इस पर जब डीबीएस न्यूज टीम ने सीएचसी अधीक्षक डॉ गौतम से वार्तालाप कर उन्हें मामले से अवगत कराया तब अगले घंटे में डॉक्टर साहब जितेंद्र त्रिपाठी, डॉ जेपी चौधरी, सीडीपीओ अनीता यादव के साथ उसी बोलेरो से आये और आगनबाड़ी मधुबाला शुक्ला ने ग्रामीणों को पुनः इकठ्ठा कर बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करवाया।