डी बी एस न्यूज,गोरखपुर: उत्तराखंड के राज्यपाल ने मधुमिता हत्याकांड में सजा काट रहे उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी की बीमारी व इलाज के बारे में विवरण तलब किया है। इसके बाद नेहरू अस्पताल प्रशासन विवरण जुटाने में लग गया है। मेडिकल कालेज व जिला जेल प्रशासन को भेजे गए पत्र में उत्तराखंड के राजभवन ने फिलहाल मेडिकल कालेज में भर्ती पूर्व मंत्री की बीमारी व इलाज के विवरण को लेकर जानकारी मांगते हुए पूछा है कि वह कब-कब मेडिकल कालेज में भर्ती हुए। हाल के महीनों की बात करें तो पिछले वर्ष जून पूर्व मंत्री की तबीयत खराब हो गई थी।
उनको बीते साल 27 जून को जेल प्रशासन ने बीआरडी मेडिकल कालेज के मेडिसिन वार्ड की आइसीयू में भर्ती किया गया था। दस जुलाई को वहां से हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। दोबारा तीन अगस्त को कालेज के मेडिसिन विभाग में भर्ती कर दिया गया। चार अगस्त में न्यूरोसर्जरी विभाग में शिफ्ट किया गया। 28 अक्टूबर को डिस्चार्ज कर जिला जेल भेजा गया। इसके बाद 13 दिसंबर को फिर से मेडिकल कालेज में भर्ती कराए गए जहां उनका इलाज चल रहा है। इस तरह पूर्व मंत्री अमर मणि त्रिपाठी का लगातार इलाज चल रहा है।
उनकी तबीयत के बारे में लगातार खबरें भी आती रहती हैं। प्राचार्य डा. गणेश कुमार का कहना है कि उत्तरखंड के राजभवन ने पूर्व मंत्री अमरमणि की बीमारी व इलाज के बारे में जानकारी मांगी है। विवरण क्यों मांगा गया है यह पता नहीं है। रिपोर्ट तैयार की जा रही है। ताकि उसे जल्द से जल्द उत्तराखंड के राजभवन को भेजा जा सके।
क्या है मधुमिता हत्याकांड:
9 मई 2003 को गोरखपुर में कवयित्री मधुमिता की हत्या कर दी गई थी। सीबीआई जांच के बाद इस मामले में अदालत में सुनवाई शुरू हुई। अमरमणि के रसूख को देखते हुए उच्चतम न्यायालय ने मधुमिता हत्याकांड की सुनवाई यूपी से उत्तराखंड को ट्रांसफर कर दी थी।
देहरादून के जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत ने अमरमणि त्रिपाठी, उनकी पत्नी मधुमणि त्रिपाठी, रोहित चतुर्वेदी और शूटर संतोष राय को दोषी मानते हुए 24 अक्टूबर 2007 को उम्रकैद सुनाई थी। दूसरे शूटर प्रकाश पांडे और एक अन्य आरोपी को संदेह का लाभ देते हुए बरी कर दिया था।
16 जुलाई 2012 को नैनीताल हाईकोर्ट ने निचली अदालत से सुनाई गई सजा को बरकरार रखने के साथ ही शूटर प्रकाश पांडे को भी उम्रकैद सुनाई। पिछले चार साल से बीमारी के नाम पर अमरमणि गोरखपुर के मेडिकल कालेज में हैं।