डीबीएस न्यूज, कुशीनगर: महज 17 वर्ष की उम्र में जिस बेटे ने 2 अक्टूबर 2020 को अपने पिता की चिता को आग दिया हो ,जरा सोचिए उस बेटे पर क्या गुजर रहा होगा….? अभी गम के आंसू थमने को तैयार ही नही है कि उसी के दरमियान बेटे के तकदीर का फैसला भी हो जाता है कि जीवन का पड़ाव अब कहा पर जा कर ठहरेगा।
हम बात कर रहे है एक होनहार बेटे अभिनव कुमार बरनवाल की। इनके पिता इंजी.अनुप कुमार बरनवाल का जिनका निधन 2 अक्टूबर 2020 आकस्मिक रुप से हो गया। बेटे के सर से बाप का साया हट गया, गम के आंसू अभी थमा ही नही। तब-तक बेटे का IIT का रिज़ल्ट आता है और इसमें इनका चयन हो जाता है।
अभिनव को IIT में आल इंडिया रैंक 187 मिला है। अभिनव का कठिन परिश्रम, लगन व मेहनत इनके सफलता में सहायक साबित हुआ।
इसरो के द्वारा आयोजित कार्यक्रम में अभिनव बरनवाल को अक्टूबर 2019 में भारत के उपराष्ट्रपति वैकैया नायडू व केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश निशंख पोखरियाल द्वारा सम्मानित किया गया जा चुका है।
अभिनव ने हाई स्कूल की पढ़ाई वर्ष 2018 में रामीट इंटरनेशनल स्कूल ग्रेटर नोएडा व इंटर की पढ़ाई प्रगति पब्लिक स्कूल दिल्ली से 2020 में किए।
और अपने प्रथम प्रयास में ही इन्होंने IIT में परचम लहराकर एक कीर्तिमान स्थापित कर कुशीनगर का नाम पूरे देश में रोशन किया।
अभिनव ने डीबीएस न्यूज से बताया कि मै IIT से बीटेक करने के बाद IAS बन कर देश की सेवा करना चाहता हूं।
अभिनव को अपने मेधा के बदौलत इनके कालेज से प्रति वर्ष एक लाख रु की छात्रवृति भी प्राप्त होता रहा है।