आज सोनौली में सफाई कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन किया जिसके बाद नगर में चहुवोर गंदगी का अंबार दिखने लगा। इसके बाद समझाने बुझाने पर सफाई कर्मी काम पर लौट गए।
आपको बता दें कि नगर को साफ करने वाले सफाई कर्मी का वेतन ही साफ हो जा रहा, अपने वेतन की मांग को लेकर सफाई कर्मी नौतनवा तहसील से लेकर सोनौली नगर पंचायत तक चक्कर काट रहे है। सफाई कर्मचारियों का आरोप है कि सोनौली नगर पंचायत के बड़े बाबू संजय श्रीवास्तव ने उनके वेतन के साथ झोलझाल किया है। हालांकि नपा कर्मचारी संजय श्रीवास्तव अपने बचाव में कुछ स्पष्ट नही बोल पा रहे है।
सोनौली सफाई कर्मचारियों का आरोप है कि उनका लगभग 8 से 10 महीने तक का वेतन रुका है कुछ लोगो का पीएफ काट कर पैसा मिल रहा है। लेकिन अभी तक बड़े बाबू हम लोगो का पीएफ एकाउंट नही खुलवाए है। तो पीएफ का पैसा कहा जा रहा है।
वहीं इस संदर्भ में जब हमारे संवाददाता धीरज मद्धेेेशिया ने बड़े बाबू संजय श्रीवास्तव से पूूूछा तो वह घबराते हुए बोले कि दो दिनों में खाता खुल जायेगा।
जब उनसे सवाल किया गया कि 8 महीनों से खाता क्यों नही खुलवाया जा रहा तो वह बहाने बनाते हुए बोले चुनाव के वजह से खाता नही खुल पाया था। जबकि चुनाव हुए महीनों बीत गए।
फिलहाल नगर को साफ सुथरा रखने के जिम्मा उठाने वाले सफाई कर्मचारियों का वेतन में कटौती और वेतन में देरी से उनके सामने जीविका का संकट खड़ा हो गया है। सफाई कर्मचारियों के समर्थन में तमाम जनप्रतिनिधियों ने भी उनके मांग को जायज ठहराया है।
सफाई कर्मियों ने बताया कि अपने मांगो को लेकर और बड़े बाबू की शिकायत नौतनवा एसडीएम को पत्र दे कर किया गया था जिसपर एसडीएम मुकेश कुमार सिंह ने मामले का एक सप्ताह में निस्तारण कराने की बात की थी। और एक सप्ताह बीत जाने के बाद सफाई कर्मचारियों को आज धरना देने पड़ा।
और आज सोमवार को सुबह 9 बजे तक सफाई कर्मी जब सड़कों पर नदारद रहे तो सोनौली नगर पंचायत के लोग कुछ समझ ही नहीं पाए। सड़क पर जगह जगह कूड़ों का ढेर नजर आने लगा। कुछ देर में पता चला कि सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं। जिससे नगर में सफाई व्यवस्था चरमरा गई।
कर्मचारियों के हड़ताल के संबंध में जब चेयरमैन से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि सफाई कर्मचारियों ने हड़ताल वापस ले लिया है। जल्द ही नगर में सफाई व्यवस्था पटरी पर आ जायेगी। अध्यक्ष हबीब खान ने बताया कि कर्मचारी का वेतन तीन दिनों में उनके खाते में पहुंच जाएगा और एक हफ्ते के अंदर पीएफ संबंधित समस्या का समाधान भी हो जाएगा कर्मचारी अपने कार्य पर लौट रहे हैं।