डीबीएस न्यूज। भोजपुरी सिनेमा जगत के स्टार पवन सिंह ने आसनसोल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। उन्होंने एक्स कर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का दिल से आभार प्रकट करता हूं। पार्टी ने मुझ पर विश्वास करके आसनसोल का उम्मीदवार घोषित किया, लेकिन किसी कारणवश मैं आसनसोल से चुनाव नहीं लड़ पाऊंगा।”
आपको बता दें कि बीजेपी के उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होने से पहले ही पवन सिंह के लोकसभा चुनाव लड़ने की अटकलें चल रही थीं। उन्हें बिहार की आरा सीट से भी कैंडिडेट बनाने की अटकलें थीं। बीजेपी ने उन्हें बिहार के बजाय पश्चिम बंगाल से चुनावी मैदान में उतारा है। आसनसोल लोकसभा क्षेत्र झारखंड से सटा हुआ है और यहां बिहारी मतदाताओं की संख्या ज्यादा है। पवन सिंह यहां बीजेपी के लिए बड़ा फैक्टर साबित हो सकते थे। अब जब उन्होंने उम्मीदवार बनने से इनकार कर दिया है तो भाजपा को नए उम्मीदवार की तलाश करनी पड़ सकती है।
2019 के लोकसभा चुनाव में आसनसोल लोकसभा सीट से बीजेपी के बाबुल सुप्रीयो जीतकर सांसद बने थे। बाद में उन्होंने इस्तीफा देकर टीएमसी में शामिल होने का फैसला किया। इसके बाद 2022 में उपचुनाव हुआ। टीएमसी ने इस सीट से शत्रुघ्न सिन्हा को प्रत्याशी बनाया। उन्होंने बीजेपी कैंडिडेट अग्निमित्रा पॉल को करीब 3 लाख वोटों के बड़ अंतर से हराया था। और मौजूदा समय मे आसनसोल से शत्रुध्न सिंह टीएमसी से सांसद है।
गौरतलब है कि पवन सिंह के चुनाव लड़ने से इनकार के बाद कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी डर गई है। बीजेपी ने खुद भाजपा से चुनाव लड़ने से इंकार करवाया है। अपने गांनो में पवन सिंह ने बंगाली महिलाओं का अपमान किया है। बांग्ला महिलाओं को भारी विरोध को देखते हुए बीजेपी डरकर पवन सिंह से यह इंकार का खेल रची है।
वहीं पवन सिंह के चुनाव लड़ने से इनकार करने पर तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने भी तंज कसा है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पवन सिंह के पोस्ट को रिपोस्ट करते हुए लिखा, “यह पश्चिम बंगाल के लोगों की अदम्य भावना और शक्ति है।”