रिपोर्टर रतन गुप्ता सोनौली
डीबीएस न्यूज, सोनौली। भारत नेपाल सोनौली बॉर्डर पर से नेपाल गये भारतीय कार को नेपाल पुलिस ने पकड कर भैरहवा कस्टम को सीज कर सौप दिया । भारतीय कार की गलती थी की बिना ईन्टी कराये नेपाल चला गया है ।और पकडा गया । भारतीय तरफ से नेताओ, व्यपारीओ ने नेपाल सरकार माग कर रहे की गलती की सजा कार लेकर जप्त करना गलत है, जुर्माना लगाकर गाडी छोडी जाय। भारत नेपाल बॉर्डर पर यह मामला तूल पकता जा रहा है । कार को लेकर सोनौली बॉर्डर पर तनाव बन रहा है इस घटना से काफी लोग नाराज थे।
आप को बतादे की सोनौली बॉर्डर पर नेपाल से आने वाली नेपाली नम्बर की गाड़ियों की ईन्टी एसएसबी गेट ,पुलिस चौकी ,कस्टम बैरियर तक नही होती ,नौतनवा रेलवे से आगे जाना है तो ईन्टी करा सकते है । लेकिन वह भी कोई जरुरी नही है ।
आप को बतादे की भारतीय कार ,मोटरसाईकिल ,टक ,बस नेपाल प्रशासन पकड़ कर नेपाल मे निलाम कर करोडो की धन वसूली की जाती है ।
एक बडे व्यपारी नेता ने कहा की सोनौली कस्टम की लापरवाही से ही बॉर्डर पर नेपाली वाहनो पर कोई कार्यवाही नही हो पाती दिन भर कस्टम सिपाही धनऊगाही मे लगे रहते है।
मामला जान ले मध्य प्रदेश नंबर प्लेट की एक कार को नेपाल पुलिस ने पकड़ कर रूपनदेही जिले के बेलेहिया कस्टम कार्यालय में खड़ी करा दी है। नेपाल पुलिस की तहरीर पर कार को सीज करने की प्रक्रिया चल रही है। कार पर सवार भारतीय पर्यटकों ने काठमांडो स्थित भारतीय छुड़वाने की गुहार लगाई है।
मध्यप्रदेश दामोह जिले के चार यात्री मुकुल चौबे, भानु प्रताप सिंह, कैलाश राय और महेश पुराणि अयोध्या की यात्रा के बाद सोनौली सीमा से 26 अप्रैल को नेपाल गए थे। उन्होंने बताया कि सीमा पर जाम के कारण कोई उनसे कस्टम कागजात बनवाने के लिए नहीं कहा तो वह काठमांडो के लिए रवाना हो गए।
रास्ते में रामडी थाना की पुलिस ने बिना कस्टम के कागजात के बेलेहिया कस्टम को गाड़ी को सीज करने के लिए भेज दिया। चालक राम सिंह ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया। भारतीय पर्यटक मुकुल चौबे ने बताया उनके पास गाड़ी के सभी कागजात हैं। उसके बाद भी नेपाल प्रशासन गाड़ी नहीं छोड़ रहा है।
भारतीय गाड़ी के लिए क्या है नियम
नेपाल में नियम है कि बिना कस्टम कागजात के कोई भारतीय गाड़ी मिलने पर सीज कर दिया जाए। छह वर्ष पहले नेपाल में कस्टम के नियम में बदलाव हुआ था। क्योंकि उस वर्ष ग्वालियर के एक कार मालिक ने गाड़ी सीज होने पर आत्महत्या कर लिया था। मामला तूल पकड़ने पर नेपाल सरकार की बहुत किरकिरी हुई थी। इसके बाद नियम में बदलाव हुआ। नए नियम के अनुसार कोई वाहन चालक बिना कस्टम कागजात के नेपाल प्रवेश करता है और पकड़े जाने के बाद 14 दिन के अंदर जिस सीमा से वैध रास्ते से प्रवेश किया है, वहां की सीसीटीवी फुटेज या नेपाल पुलिस की इंट्री के कागजात के साथ गाड़ी के सभी कागजात दिखाने के बाद जुर्माना लेकर छोड़ने का प्रावधान है। यदि गाड़ी लावारिस हालात में मिलती है तो सीज करने का भी नियम है। यह गाडी सीज की पहली घटना नही है ।जब भारतीय गाडी पकडी जाती है तो नियम कानून का लोग पाठ पढाते है।