डीबीएस न्यूज, नौतनवां/महराजगंज: डी बी एस एकेडमी पुरैनिहा नौतनवां विद्यालय में कुष्ठ रोग जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत कुष्ठ रोग पर विद्यार्थियों को जानकारी दी गई। इस दौरान कहा गया कि नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में इसका संपूर्ण इलाज किया जाता है। अपने आसपास के जो भी लोग कुष्ठ रोग से पीड़ित है। उसकी पहचान कर उन्हें स्वास्थ्य केंद्र तक जाने के लिए प्रेरित करे और शासन की योजनाओं का लाभ उठाएं। विद्यालय में एक दो बच्चो को दाद के दाग पर स्क्रीनिंग करके बीमारी चेक करने का डेमो भी दिया गया।
जिला कुष्ठ परामर्शदाता डॉ अनिल कुमार बरनवाल ने कहा कि कुष्ठ रोगियों की इलाज कराने से इसका प्रसार नहीं होता है। इस बीमारी का इलाज संभव है। कुष्ठ रोग की पहचान कहना बहुत आसान है। चमड़ी (स्किन) पर किसी प्रकार का दाग या धब्बा, जिसमें दर्द या खुजली न हो। साथ ही जन्म से ही वह न हो, तो यह कुष्ठ रोग का प्रारंभिक लक्षण है। समय से इलाज कराने से इस रोग का पूरी तरह इलाज संभव है।
फिजियोथेरेपिस्ट स्वाति गुप्ता ने स्कूली बच्चों को बताया कि वे समाज से कुष्ठ को नियंत्रित करने में अपना योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कुष्ठ के लक्षण भी बताएं। बच्चों से कहा कि अगर किसी को जरा भी संशय हो तो आशा को सूचित करें।
इसमें प्रबंधक श्री चन्द बरनवाल ने भी कुष्ठ रोग पर विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर विद्यालय प्रधानाचार्य रोमा बरनवाल, विजय चन्द बरनवाल, एनएमइस एसपी सिंह, शिक्षक हीरालाल विश्वकर्मा, प्रीति मद्धेशिया, अमरजीत भारती, प्रगति सिंह, शिवंगी रावत, जागृति सिंह, सलमा खातून, आशना खातून सहित विद्यालय के छात्र छात्राएं मौजूद रहे।
