डीबीएस न्यूज, नौतनवां: रतनपुर सीएचसी के प्रशिक्षण सभागार में शुक्रवार को राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत आशा कार्यकर्ताओं को संवेदीकरण प्रशिक्षण दिया गया।
राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत आज 12 फरवरी को रतनपुर सीएससी ट्रेनिंग हाल में कुष्ठ जागरूकता अभियान के तहत आशा संगिनीयो को कुष्ठ रोग की जन मे जागरूकता लाने के संदर्भ में जिले स्तर के अधिकारियों द्वारा परिशिक्षण दिया गया।
डॉ एके बरनवाल ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य कुष्ठ रोग का प्राथमिक अवस्था में पहचान कर शीघ्र पूर्ण उपचार करना। संकामक रोगियों का शीघ्र उपचार कर संकमण की रोकथाम।नियमित उपचार द्वारा विकलांगता से बचाव। विकृतियों का उपचार कर रोगियों को समाज का उपयोगी सदस्य बनाना। स्वास्थ्य शिक्षा द्वारा समाज में इस रोग के सम्बन्ध में फैली गलत अवधारणाओं को दूर करना हैं।
मुख्य प्रशिक्षक मोहम्मद शब्बीर ने बताया कि कुष्ठ रोगियों की प्रारम्भिक अवस्था में खोज हेतु आशा सहयोगनियों को कुष्ठ रोग उन्मूलन कार्यकम में जोड़ा गया है, इन्हे रोग संबंधी प्रशिक्षण दिया जा कर कुष्ठ रोगी की खोज एवं उपचार दिलवाये जाने पर निम्नानुसार मानदेय दिए जाने का प्रावधान है :-
1. दृश्य विकृति से पूर्व नये कुष्ठ रोगी की पहचान होने पर – 250 रूपये
2. हाथ, पैर व ऑख में दृश्य विकृति पश्चात नये कुष्ठ रोगी की पहचान होने पर- 200 रूपये
पूर्ण उपचार पश्चात देय मानदेय (केवल आशा सहयोगनियों को )
1. पी.बी. केसेज के लिए – 400/- रूपये
2. एम.बी. केसेज के लिए – 600/- रूपये
प्रशिक्षण कार्यक्रम में कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के प्रति लोगों में जन जागृति लाने का संदेश दिया गया। कुष्ठ रोग असाध्य नहीं है साध्य है इससे निपटने के लिए एमडीटी की गोली स्वास्थ्य केन्द्र में मुफ्त उपलब्ध है, इसका फायदा लोगों को लेना चाहिए एवं अपने आस-पास के क्षेत्र में भी संदेश फैलाने की अपील की गई।
राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत कुष्ठ रोग के संक्रमण को रोकने के लिए कुष्ठ जागरूकता अभियान जिले में 30 जनवरी से 16 फरवरी तक चलाया जायेगा।
इस दौरान मुख्य रूप से जिला कुष्ठ अधिकारी डॉ शमशुल हुदा, जिला कुष्ठ परामर्शदाता डॉ एके बरनवाल, रतनपुर चिकित्साधिकारी डॉक्टर अमित गौतम, मोहम्मद शब्बीर सहित विमला देवी, विंद्रावती, पुष्पा देवी, संगीता, उर्मिला देवी, रेनू यादव आदि आशा संगिनी उपस्थित रही।