डीबीएस न्यूज़, महाराजगंज: मानव सेवा संस्थान की ओर से महाराजगंज पुलिस लाइन के सभाकक्ष में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन रविवार को किया गया। कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता, अपर पुलिस अधीक्षक निवेश कटियार ने सेवा प्राधिकरण का महत्व, मानव तस्करी रोकने के कानूनी पहलुओं की जानकारी दी। एसएसबी डिप्टी अंजनी कुमार तिवारी ने मानव तस्करी के कारण, तरीके व रोकथाम के उपाय बताए।
मानव तस्करी दुनिया भर में एक गंभीर समस्या बनकर उभरी है। यह एक ऐसा अपराध है जिसमें लोगों को उनके शोषण के लिये खरीदा और बेचा जाता है। इसके प्रभावी रोकथाम के उद्देश्य से यह कार्यशाला का आयोजन किया गया था।
पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने कहा कि शोषित व्यक्ति का शारिरिक और मानसिक शोषण कर मानवता के प्रति गम्भीर अपराध करते हैं। पुलिस के साथ ही महिला एवं बाल कल्याण से सम्बन्धित सभी विभागों तथा स्वयं सेवी संस्थाओं के समन्वित प्रयासों से जनचेतना जागृत कर मानव तस्करी की प्रभावी रोकथाम की जा सकती है।
मानव सेवा संस्थान निदेशक राजेश मणि ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा एवं विकास के लिए शिक्षा की व्यवस्था होनी चाहिए, जिससे उनका भविष्य बेहतर हो सके। गांव में निगरानी कमेटी, शिक्षा समिति और गांव के संरक्षक के माध्यम से भारत सरकार द्वारा संचालित बाल विकास कौशल योजना की सभी को जानकारी दी जा रही है। सीमावर्ती क्षेत्र में मानव तस्करी की रोकथाम के लिए सभी को जागरूक रहने की आवश्यकता है। किसी भी तरह की सूचना प्राप्त होने पर अधिकारियों व संस्था को इसकी सूचना दें।
एसएसबी डिप्टी कमांडेंट अंजनी कुमार तिवारी ने मानव तस्करी को मानव व्यापार की संज्ञा देते हुए भारतीय संविधान के अनुसार इसे गम्भीर संवैधानिक अपराध बताया। उन्होंने कहा कि बन्धुआ मजदूरी व बाल मजदूरी की एक लम्बी दास्तान है और सीविल सोसायटी के साथ सक्रिय सहभागिता से ही इसकी रोकथाम की जा सकती है। उन्होंने जनजाति समुदाय के नाम पर होने वाले देह व्यापार को रोकने के लिए
भी गम्भीर प्रयासों की आवश्यकता बताई।
इस दौरान बाल कल्याण समिति महाराजगंज के सदस्य राजेश वर्मा, एएचटीयू प्रभारी शकील अहमद, बाल संरक्षण अधिकारी जकी अहमद, श्रवण कुमार, विशाल बरनवाल, ओमप्रकाश, धर्मेन्द्र सिंह सहित विभिन्न स्वयं सेवी संस्था के प्रतिनिधि, जिले के विभिन्न थानों के एसएचओ, एसआई, महिला पुलिस आदि मौजूद रहे।