डीबीएस न्यूज, महराजगंज: जनपद में निगरानी समिति के ट्रेस, टेस्ट एवं ट्रीट योजना एवं कार्यप्रबन्धन के विषय पर आज रविवार को वर्चुअल संवाद हुआ।
मीटिंग में जिलाधिकारी डॉ उज्ज्वल कुमार, स्वीडन से चिकित्सा वैज्ञानिक डॉ राम शंकर उपाध्याय, अमेरिका से स्मार्ट गांव फाउंडेशन के रजनीश बाजपेयी, UPDF महासचिव पंकज जायसवाल, डीबीएस न्यूज से श्री चन्द बरनवाल सहित सिसवां, निचलौल और ठूठीबारी आदि गांवों के प्रतनिधि जुड़े।
इस वेबिनार का मुख्य उद्देश्य कोरोना को कैसे खत्म किया जाए इस पर मुख्य वक्ताओं व वैज्ञानिकों ने बहुत ही महत्वपूर्ण विचार रखे और जानकारियां साझा किए।
यूपीडीएफ द्वारा आयोजित इस वेबिनार में जिलाधिकारी ने बताया की गांव स्तर पर कोविड को ट्रेस करने के लिए निगरानी समितियों का गठन किया जा चुका है, जिसमें मुख्य रूप से ग्राम प्रधान, सचिव, लेखपाल, कोटेदार, आशा वर्कर, सफाई कर्मी और स्थानीय संभ्रांत लोगों को जोड़ कर एक कमेटी बनाई गई है जिन्हें आक्सिमीटर और थर्मामीटर उपलब्ध कराया गया है जिनका काम गांव में प्रत्येक जरुरतमंदों की नियमित ऑक्सीजन पल्स और तापमान की जांच करना है और किसी संभावित को अगर कोरोना के लक्षणा उभरे तो उन्हें तुरंन्त रैपिड रिस्पांस टीम से जोड़ना है ताकि उनका तत्काल इलाज शुरू हो सके, सरकार की तरफ से मेडिकल किट के अतिरिक्त डॉक्टर, लैब तकनीशियन और एक प्रशासनिक अधिकारी की विजिट और प्रति कोरोना ग्रसित व्यक्ति की निगरानी कराई जा सके।
स्वीडन से जुड़े विश्व प्रसिद्द चिकित्सा वैज्ञानिक डॉ राम शंकर उपाध्याय ने बताया की ग्रामीण अंचल के युवा हैप्पी हाईपोक्सिया के शिकार हो रहें हैं और उन्हें पता ही नहीं चल पा रहा है। हैप्पी हाईपोक्सिया होने पर कई बार ऊपर से देखने पर मरीज स्वस्थ दिखता है लेकिन अन्दर ही अन्दर ऑक्सीजन गिरता जाता है और कई बार 85 से नीचे चला जाता है जिससे फेफड़े के अलावा उनके कई महत्वपूर्ण अंग भी ऑक्सीजन की कमी से खराब होते चले जाते हैं और जब अचानक से उन्हें पता चलता है तब तक देर हो चुकी होती है। इसलिए महत्वपूर्ण है कि आक्सिमीटर के माध्यम से यदि यह नियमित ऑक्सीजन स्तर जांच करते रहे और 95 से नीचे जाने पर सतर्क हो जाए और 90 से नीचे जाने पर अस्पताल में भर्ती हो जाएँ तो लोग स्वस्थ भी होंगे, मृत्यु भी नहीं होगी और अस्पताल पर दबाब भी कम होगा।
डॉ राम का मानना है की उचित समय पर इलाज चालू होने पर कोरोना मृत्यु दर को शून्य किया जा सकता है इसलिए मौसमी बुखार या अन्य सामान्य कारणों से जनता को समय नहीं पास करना चाहिए जितने मरीज क्रिटिकल हुए या जिनकी मृत्यु हुई उनमें से ज्यादातर वहीं हैं जिन्होंने कोरोना के शुरुवाती इलाज में देरी की।
कार्यक्रम के संयोजक एवं उत्तर प्रदेश डेवलपमेंट फोरम के अन्तराष्ट्रीय महासचिव सीए पंकज जायसवाल ने मुख्यमंत्री के आदेश पर गठित निगरानी समिति के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए जिलाधिकारी से प्रतिदिन बैठक कर फीडबैक और प्रगति रिपोर्ट लेने को कहा ताकि निगरानी समिति को प्रभावी तरीके से क्रियाशील किया जा सके।
यूपीडीएफ के जिलाध्यक्ष अमित अंजन ने बताया जिले के 3 कस्बों समेत 36 गाँवों में आक्सिमीटर-थर्मामीटर बैंक बनाया गया है, जिसके माध्यम से गांव और कस्बे में कोरोना संभावित व्यक्ति अपना ऑक्सीजन पल्स तापमान का चार्ट प्रतिदिन का निर्माण करेंगे और फोरम की टीम उन्हें चार्ट बनाने में भी गाइड करेगी।
अमेरिका से वेबिनार में जुड़े स्मार्टगांव के संस्थापक रजनीश बाजपेयी ने वेबिनार में घोषणा किया की यूपीडीएफ और प्रशासन के साथ मिल स्मार्टगांव की टीम महाराजगंज के एक जिले को स्मार्टगांव बनाएगी और आज यूपीडीएफ के साथ मिल जिले के 25 गांवो में आक्सिमीटर बैंक बनाने पर काम कर रही है।