रिपोर्टर रतन गुप्ता
डीबीएस न्यूज, सोनौली: होली आ गया है! इस समय त्योहारी सीजन चल रहा है। बाजार में मिठाइयों की बिक्री शुरू हो गई है। आने वाले कुछ दिन में मिठाई की दुकानों पर भीड़ जमा होनी शुरू हो जाएगी। इस समय लागत कम करने और ज्यादा मुनाफे के चक्कर में कई दुकानदार मिलावटी मेवा, दूध सहित अन्य खाद्य पदार्थों से बनी मिठाई बेचते हैं।
डॉक्टरों के अनुसार मिलावटी घी हानिकारक होती हैं। वहीं 550 रुपए किलो की कीमत वाला देशी घी कई दुकानों पर 350 रुपए किलो में बिकता रहा है। बाजारों में नकली और मिलावटी वाले समान कई बार पकड़ा जा चुका है। बाजार में मिलावटी खाद्य पदार्थों से बचाव व सावधानियों के बारे में हेल्थ विभाग के सीएमओ सोनौली और नौतनवा आने की योजना बना रहे है।
क्या मिलाया जाता है खोवा में : खोवा में सिंथेटिक दूध, मैदा, वनस्पति घी, आलू, अरारोट मिलाया जाता है।
कैसे पहचानें मिलावट : मावा यानी खोवा पर फिल्टर आयोडीन की दो से तीन बूंद डालें। यदि मावा काला पड़ जाता है तो इसमें मिलावट है।
दूध में मिलावट: दूध में डिटर्जेंट, पानी और सिंथेटिक मिलाया जाता है। सेहत के लिए खतरनाक होता है।
कहां से आता है नकली मावा : दुकानदार ने नाम न छापने की शर्त पर बताया सोनौली ,नौतनवा ,भगवानपुर ,रतनपुर ,ठुठीवारी में नकली मावा यूपी व राजस्थान से आता है।
होली त्योहार में सोनौली ,नौतनवा में छोटे दुकानदार को भी 500 किलो मावा की जरूरत होती है। इतना मावा सोनौली ,नौतनवा में नहीं होता।
कैसे पहचानें मिलावट
-आधा कप दूध को उतने ही पानी में मिलाएं, यदि झाग निकलता है तो उसमें डिटर्जेंट हो सकता है।
-सिंथेटिक दूध को उंगलियों के बीच रगड़ें। साबुन जैसा लगे तो सिंथेटिक दूध हो सकता है या दूध गर्म करने पर पीला हो जाए तो भी यह सिंथेटिक दूध हो सकता है।
-दूध की थोड़ी सी मात्रा किसी सतह पर डालें, यदि दूध लकीर बनाते हुए फैले तो इसका मतलब है कि उसमें पानी ज्यादा मिला हुआ है।
पनीर में मिलावट: पनीर को पानी में उबालकर ठंडा कर लें। इसके बाद इसमें थोड़ा-सा आयोडीन सॉल्यूशन डालें, नीला रंग स्टार्च की मिलावट साबित कर देगा।
घी : देसी घी में आलू, अरारोट और रिफाइंड भी मिलाया जाता है। इससे घी का स्वाद बदल जाता है। साथ ही, ज्यादा दानेदार भी नहीं होता।