डीबीएस न्यूज, महराजगंज: सेफ सोसाइटी उत्तर प्रदेश तथा फ्यूजन माइक्रोफाइनेंस की ओर से सदर ब्लाक के चेहरी गांव में हनुमान मंदिर के पास कुकुरगाढ़े में बुधवार को लोगों को नि: शुल्क बकरी बांटी गई। इसके साथ ही लगे कन्वर्जन कैम्प में बड़ी संख्या में लोग सरकारी योजनाओं से जोड़े गए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सदर विधायक जय मंगल कन्नौजिया ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से महिलाओं को स्वावलंबी बनाने में मदद मिलेगी। वह अपनी जरूरतें पूरी करने में स्वयं सक्षम हो सकेंगी और कभी भी खुद को बोझ नहीं महसूस करेंगी।
बतौर विशेष अतिथि सदर ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि विवेक गुप्ता ने कहा कि कन्वर्जन कैंप में बड़ी संख्या लोगों को सरकारी योजनाओं से जोड़ा गया है। यह एक अच्छी पहल है। अक्सर लोग जानकारी नहीं होने से सुविधा का फायदा नहीं उठा पाते हैं। गांव में कैंप लगने से लोगों को जागरूक करना आसान हो गया।
विशेष अतिथि फ्यूजन माइक्रो फाइनेंस के सीएसआर हेड संदीप सिंह ने कहा कि फ्यूजन माइक्रो फाइनेंस व्यवसाय के लिए महिलाओं को समूह के माध्यम से छोटे-छोटे ऋण उपलब्ध करा रहा है। इसे पाने के लिए उन्हें किसी गारंटर की जरूरत नहीं होती। मात्र आधार कार्ड पर उन्हें आसानी से ऋण मिल जाता है। इसके माध्यम से महिलाएं अपना रोजगार शुरू कर ले रहीं हैं। इस तरह से फ्यूजन बड़ी संख्या में महिलाओं को रोजगार से जोड़ सका है। महिलाओं को इस तरह से आर्थिक सशक्त बनाकर देश के विकास में अपना योगदान दे रहा है।
कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि सदर क्षेत्र के पूर्व प्रमुख विरेन्द्र चौधरी, विशेष अतिथि चेहरी गांव के प्रधान ऋषिदेव, कार्यक्रम संयोजक सेफ सोसाइटी के वरिष्ठ कार्यकारी शैलेन्द्र चतुर्वेदी, कार्यक्रम संचालक सेफ सोसाइटी के प्रोग्राम मैनेजर बृजेश चतुर्वेदी की भी मौजूदगी रही।
सेफ सोसाइटी के वरिष्ठ कार्यकारी शैलेन्द्र चतुर्वेदी ने बताया कि समाज के निचले तबके के जीविकोपार्जन में वृद्धि करने के उद्देश्य से सेफ सोसाइटी लगातार प्रयासरत है। बीते तीन वर्षों में बिहार के कई जिलों में वित्तीय एवं डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम चला कर महिलाओं के जीविकोपार्जन के लिए रोजगार सृजन कर रही है। यह संस्था 16 वर्षों से लगातार बाल संरक्षण, महिला सशक्तिकरण, जीविकोपार्जन, लैंगिक समानता, एवं स्वास्थ्य अधिकार को लेकर कार्यक्रम करती रही है। साथ ही महिलाओं के उत्थान के उद्देश्य से मानव तस्करी की रोकथाम, रक्तदान कैंप लगाकर जरूरतमंदों की सहायता करना, किसानों के संगठन के माध्यम से आर्गेनिक लीफ का उत्पादन करना सहित कई अन्य काम कर रही है। बकरी वितरण का यह कार्य महिलाओं को जीविकोपार्जन के लिए आत्मनिर्भर बनाने और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार के उद्देश्य से किया जा रहा है।