डीबीएस न्यूज। समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य लगातार हिंदू धर्म, रामचरितमानस और ब्राह्मणों पर विवादित बयान दे रहे हैं। उन्होंने अपने एक बयान में हिन्दू धर्म को एक धोखा बताया और इसमें धोखा करने का आरोप में समूचे ब्राम्हण समाज को घसीट लिया। पहले आप ये बयान सुनिए।
आपको बता दें के स्वामी प्रसाद मौर्य का ये कोई नया विवादित बयान नही है ये वही नेता है जिन्होंने रामचरित मानस पर टिप्पड़ी की थी और फिर अपने बयान के परिप्रेक्ष्य में एक वीडियो जारी कर सफाई दी थी।
हालांकि इनके इस बयान के बाद तमाम नेताओ व संगठनों इसका कड़ा विरोध जता रहे है और कई जगह थानों में इनके विरुद्ध भावनाओं को भड़काने और विवादित बयान देने के मामले में मुकदमा भी दर्ज कराया गया है।
इस मामले में मुरादाबाद कांग्रेस के नेता गंगा राम शर्मा ने स्वामी प्रसाद मौर्य की जीभ काट कर लाने वाले को 10 लाख रुपए का इनाम देने का एक लेटर जारी कर एलान किया है हालांकि लेटर वायरल होने पर कांग्रेसी नेता गंगाराम ने अपने बयान वापस लेते हुए कहा है कि हम आहत होकर ऐसे लेटर जारी कर दिए थे। कांग्रेस सत्य अहिंसा और शांति पर चलने वाली पार्टी है।
वहीं अयोध्या के कई महंतों ने स्वामी प्रसाद को जुतियाने पर 11 सौ रुपये का ईनाम जारी किया है। अयोध्या के राजू दास ने कहा कि स्वामी प्रसाद को गोली मार देना चाहिए।
वहीं आम आदमी पार्टी के संजय सिंह पर स्याही फेकने वाले हाथरस के दीपक शर्मा ने कहा कि वह स्वामी प्रसाद मौर्या का मुंह काला करेंगे।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था कि ब्राह्मणवाद की जड़ें बहुत गहरी हैं और सारी विषमता का कारण भी यही है। हिंदू नाम का कोई धर्म है ही नहीं, हिंदू धर्म केवल धोखा है। कहा कि सही मायने में जो ब्राह्मण धर्म है, उसी को हिंदू धर्म कहकर इस देश के दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों को अपने धर्म के मकड़जाल में फंसाने की एक साजिश है। अगर हिंदू धर्म होता तो आदिवासियों का भी सम्मान होता है, दलितों का भी सम्मान होता, पिछड़ों का भी सम्मान होता लेकिन क्या विडंबना है। उन्होंने कहा कि हम लोग भले ही पागल होकर हिंदू धर्म के लिए मरे पर ब्राह्मणवादी व्यवस्था के चालाक लोग हमें आदिवासी मानते हैं।