डीबीएस न्यूज, सोनौली: राजस्थान निवासी मानवेंद्र अपने चार साथियों के साथ टूर पर चार पहिया वाहन लेकर निकले थे। पटना भ्रमण के बाद विहार के बीरगंज बार्डर होकर नेपाल के काठमान्डू पशुपतिनाथ का दर्शन करने के लिए बिना जानकारी के भंसार कराए बिना चले गए थे। काठमान्डू के सैल्जा में नेपाल पुलिस ने गाड़ी चेक किया तो भंसार या सुविधा कुछ नही दिखा पाए । नेपाल कस्टम ने कार चोरी का आरोप लगाकर गाड़ी सीज कर दिया व गाडी मालिक मानवेंद्र को जेल भेज दिया। इतना ही नही किया 25 लाख का जुर्माना भी ठोक दिया था। बाकी तीन साथी को छोड़ दिया था।

इसके बाद तीनों युवक पूर्व विधायक कुंवर कौशल उर्फ मुन्ना सिंह के घर पहुंच कर उनसे सारी बात बताई। बुधवार को पूर्व विधायक कुंवर कौशल उर्फ मुन्ना सिंह व अमित सिंह मल्ल नेपाल के गृहमंत्री के पास पहुंचे। गृहमंत्री और चीफ की पहल पर नेपाल सरकार ने जेल में बन्द गाड़ी मालिक मानवेंद्र को छोड़ा और सीज गाड़ी को उनके हवाले किया साथ ही भारतीय सीमा सोनौली में प्रवेश कराया।
आपको बता दें कि राजस्थान से चार मित्र अपने कार से बीरगंज बार्डर से 30 जून को नेपाल सीमा में प्रवेश किया था। वहां किसी ने कस्टम पेपर नहीं के लिए नहीं कहा। एक जुलाई को चारों मित्र कार से काठमांडू पहुंचे। वहां किसी से कस्टम पेपर बनवाने का सुझाव दिया। इस पर युवक काठमांडू एयरपोर्ट स्थित कस्टम कार्यालय पहुंचे। वहां के अफसरों ने बेलहिया कस्टम कार्यालय जाकर पेपर बनवाने का निर्देश दिया। काठमांडू से बेलहिया आते समय नेपाल की वालींग पुलिस ने कस्टम कागजात नही मिलने पर चारों कार सवार को एक दिन थाना में बंद कर दिया। गाड़ी मालिक सहित कार को बेलहिया कस्टम कार्यालय भेज दिया। गाड़ी में बैठे तीन साथी नागेंद्र यादव, अजित यादव और रवि यादव निवासी अलवर राजस्थान को छोड़ दिया। बेलहिया कस्टम ने गाड़ी मालिक नरेन्द्र सिंह निवासी डींग थाना भरतपुर के खिलाफ उनकी गाड़ी चोरी कर नेपाल लाने के आरोप में केस दर्ज कर लिया।
इसके बाद जब तीनो साथियों ने पूर्व विधायक मुन्ना सिंह से मिल आपबीती सुनाई और मदद मांगी तो पूर्व विधायक ने अपने समर्थक के लिए नेपाल गृहमंत्रालय पहुंच गए और उसके बाद नेपाल के गृहमंत्री से मिल पूरी घटना से उन्हें अवगत कराया। इसके बाद नेपाल के अधिकारियों ने गाड़ी को छोड़ दिया है।


