रिपोर्ट- रतन गुप्ता
डीबीएस न्यूज, सोनौली: नेपाल की राजधानी काठमान्डू मे पाकिस्तान के विमान आते जाते रहे है भारत के साथ पाकिस्तान से काश्मीर के मुद्दे पर तनाव बना हुआ है । काठमान्डू स्तिथ पाकिस्तानी दूतावास से आतंकियों का इधर कुछ दिनो से मोमेन्ट काफी बढ गया है। भारत नेपाल की खुली सीमा का फायदा उठा कर पाकिस्तानी आतंकी भारत मे घुसपैठ करने मे लगे रहते हैं। भारत मे घुस कर बडा घटने के फिराक मे लग जाते है। भैरहवा मे स्तिथ एक होटल मे रुक कर भारत की बॉर्डर की गतिबिधियो पर नजर रखे हुये है ।
विगत बर्षो लोकसभा चुनावों के दौरान आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की साजिशें लगातार बेनकाब हो रही हैं। विगत बर्षो इसी सिलसिले में गोरखपुर एटीएस और केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने दो आतंकवादियों को गोरखपुर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया है।
पिछले साल चार बड़े आतंकवादी विभिन्न राज्यों से लगी नेपाल सीमा से पकड़े जा चुके हैं। इसमें आईएम आतंकी यासीन भटकल भी शामिल रहा है। इसे बिहार के नेपाल बॉर्डर से पकड़ा गया था। 13 सितंबर 2013 को यूपी के सोनौली सीमा से एक आतंकवादी को परिवार सहित भारत में घुसते हुए हिरासत में लिया गया।
नेपाल के सूत्रो के अनूसार नेपाल में अभी भी कई खूंखार आतंकी छिपे हैं। वे सोनौली बॉर्डर के जरिए भारत में प्रवेश की फिराक में हैं। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक नेपाल में काठमान्डू पाकिस्तान एंबेसी इन आतंकियों के छिपने और रहने का प्रबंध करती है। पिछले दो दशकों में सोनौली बॉर्डर से लगभग 30 आतंकी और सौ से ज्यादा संदिग्ध गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
भारत में प्रवेश के लिए उत्तराखंड, बिहार और नार्थ-ईस्ट की सीमा भी पकिस्तानी ट्रेंड आतंकियों के लिए मुफीद रास्ता बन चुका है।
पकड़े गए प्रमुख आतंकी
– 1991 मे खालिस्तान एरिया फोर्स का डिप्टी कमांडर सुखबीर सिंह
– 1993 मे आतंकी टाइगर मेमन
– 1995 मे आईएसआई एजेंट यासिया बेगम
– जुलाई 2000 में आसिम अली और चार आतंकी
– 2002 में परसामलिक थाने के पास कारतूसों का जखीरा पकड़ा गया था, जो कि बिहार के एमसीसी उग्रवादियों ने नेपाल के माओवादियों के लिए भेजा था।
– 2007 में लश्कर के आतंकी सादात रशीद मसूद आलम की गिरफ्तारी
– 2009 में मुंबई के आतंकी नूरबक्श और इश्तियाक उर्फ शैतान की गिरफ्तारी
– 2013 में लियाकत अली शाह की गिरफ्तारी
– अब्दुल करीम टुंडा को भी उत्तराखंड में नेपाल की खुली सीमा पर ही गिरफ्तार किया गया।
– 1991 में ही नेपाल के बढ़नी सीमा पर खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट के भागा सिंह और अजमेर सिंह गिरफ्तार हुए थे।
नेपालियों के भेष में आतंकवादी
आतंकवाद की शिक्षा केवल पाकिस्तान के मदरसों में ही नहीं, बल्कि भारत के कुछ मदरसों में भी दी जा रही है। खासतौर पर यूपी और बिहार में नेपाल की सीमा से सटे इन इलाकों में मदरसों की बाढ़ आ गई है।
नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्र में मदरसों और उनमें दी जा रही कट्टरपंथ की तालीम पर यदि अंकुश नहीं लगा तो आतंकवादियों की नई फौज को भारत में ही पैदा होने से नहीं रोका जा सकता है। यूपी और बिहार के सीमाई इलाकों में तकरीबन छह सौ मदरसे काम कर रहे हैं।
नेपाल से दिल्ली जाने वाले टूरिस्ट बसों से भी आ सकते हैं आतंकी के भारत मे घुसने के आसान साधन है जो सोनौली बसो को चेक किया जाता है वह बस एस एस बी ही जाँच करती है जो देखने मे लगता है कोटापुरी कर रही है। सोनौली बॉर्डर पर सुरक्षा एजन्सीयो को हाथ पर हाथ रख कर आफिस मे बैठने की जरुरत नही है। काठमान्डू स्थित पाकिस्तानी दूतावास से गतिविधी हो रही है। आतंकीयो का जमावड़ा देखे जा रहे हैं। भारत नेपाल की सोनौली बॉर्डर सुरक्षा जाचँ मे लापरवाही देखने को मिल रही है। पकडन्डी रास्तो पर जो रात मे गस्त होते थे वह और चौकस करने की जरूरत है। नेपाल से भारत आने वाले नेपाली ट्रकों की कोई चेकिग एसएसबी गेट पर नही होती है। बॉर्डर पर सुरक्षा एजेंसियों को और चौकस होने की जरूरत है।