रिपोर्टर रतन गुप्ता
डीबीएस न्यूज, सोनौली: भारत नेपाल बॉर्डर पर भारतीय नोट नेपाल ले जाकर उसके बदले सोने के बिस्कुट लाने का खेल चल रहा है। एसएसबी ,पुलिस , जीएसटी टीम लगी है की गोरखपुर का रहने वाला युवक इतना भारतीय नोट नेपाल क्यो ले जा रहा था। सोनौली बॉर्डर हमेशा से गोल्ड की तस्करी के लिये मशहूर रहा है। हवाला के पैसे हुन्डी के पैसो का कारोबार इस बॉर्डर पर आम बात है। पकडे जाने के बाद जनता को मालूम चलता है एसा भी होता है। दुबई ,चाईना , हागकाग ,मलेसिया ,से जो सोने के बिस्कुट नेपाल मे आते है उसका आधा से अधिक भारत मे खपत होते है । जो भारत के सोने के कारोबारीयों द्वारा जीएसटी की चोरी करके नेपाल से भारत मे आने वाले सोने को भारत मे गहने बना कर बेचे जाते है।
आप को कोल्हुई की घटना बताते है
थानाध्यक्ष महेंद्र यादव और एसएसबी के असिस्टेंट कमांडेंट सुधीर घोष की टीम ने घेरा बंदी कर कार को रोककर तलाशी ली, तो कार की डिक्की से भारतीय नोटों से भरा बैग बरामद किया। कार समेत चालक को भी हिरासत में लिया है ।
भारत नेपाल बाडर के एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां कोल्हुई थाना क्षेत्र के मुख्य तिराहे पर सोमवार सुबह पुलिस व एसएसबी की संयुक्त टीम ने घेराबंदी कर एक कार को रोककर जांच के दौरान कार की डिक्की में भारतीय नोटों से भरा बैग बरामद किया है।
जीएसटी विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचकर रुपये के स्रोत को पता करने में जुटे हैं। कैश कहां जा रहा था। रकम किसके थे, पुलिस जांच पड़ताल कर रही है।
जानकारी के अनुसार, गोरखपुर के शिवपुरी निवासी एक युवक कार से गोरखपुर से सोनौली की तरफ जा रहा था, जैसे ही कोल्हुई बाजार के मुख्य तिराहे पर पहुंचा। थानाध्यक्ष महेंद्र यादव और एसएसबी के असिस्टेंट कमांडेंट सुधीर घोष की टीम ने घेरा बंदी कर कार को रोककर तलाशी ली, तो कार की डिक्की से भारतीय नोटों से भरा बैग बरामद किया।
कार समेत चालक को भी हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। कार चालक अपना नाम रोहित यादव निवासी थाना कैंट जनपद गोरखपर बताया। करीब 68 लाख से अधिक कैश बरामद हुआ है। रुपयों की जांच के लिए सीओ फरेंदा कोमल प्रसाद मिश्र, जीएसटी टीम, क्राइम ब्रांच एवं अन्य एजेंसियां मौके पर पहुंच गई हैं। पूछताछ में युवक ने रुपयों का संबंध कारोबार से बताया है, लेकिन रुपया कहां से आ रहा है इसका जवाब नहीं दिया।
थानाध्यक्ष महेंद्र यादव ने बताया कि 68 लाख भारतीय रुपये से भरा बैग बरामद हुआ है। इन रुपयों के जांच के लिए जीएसटी टीम, क्राइम ब्रांच और अन्य एजेंसियों को सूचित कर बुलाया गया है। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी ।
वहीं अभी तक यह पता नही चला की नेपाल भेजने वाला असली कौन लोग है । भारतीय नोट को नेपाल भेजने वाले क्या मकशद थे । अभी खुलासा करना बाकी है ।