डीबीएस न्यूज। सीएम योगी ने शुक्रवार को गोरखपुर में जटायु संरक्षण केंद्र का किया उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहां आज जटायु संरक्षण केंद्र के लोकार्पण कार्यक्रम में आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ इसके लिए मैं सभी का आभार व्यक्त करता हूँ। मंत्र उच्चारण के साथ मुख्यमंत्री योगी ने जटायु संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र में रुद्राक्ष के पौधा लगाया साथ ही शिलापट्ट से पर्दा हटाये, तदुपरान्त फीता काट कर इंटरप्रिटेशन सेंटर का उद्घाटन किया और जटायु के संबंध में शॉर्ट मूवी देखे तथा सीसीटीवी मॉनिटरिंग कक्षा में जाकर सीसीटीव के माध्यम से सभी जटायु को देखे तथा उनका हाल जाना।
प्रजनन पक्षीसाल एक के बाहर से उन्होंने एक जटायु को बॉक्स से प्रजनन पक्षीसाल में छोड़ा, उसके बाद पूरे संरक्षण एवं प्रजनन केन्द्र का दौरा किया।
इस दौरान केंद्र के प्रभारी एवं साइंटिफिक ऑफीसर डॉक्टर दुर्गेश नंदन ने बताया कि तदुपरान्त सीसीटीवी मॉनिटरिंग कक्षा में जाकर सीसीटीवी के माध्यम से सभी जटायु को देखे।
उसके बाद माननीय मुख्यमंत्री जी ने जनसभा को सम्बोधित किया, उन्होंने रामायण कालीन जटायु के बारे में बताया कि वो सब से पहले बलिदानी पक्षी थे जो देवी सीता की रक्षा के लिए रावण से लड़ कर अपने प्राणों की आहुति दे दी थी, कैंपियरगंज एवं फरेन्दा वन क्षेत्र में फॉरेस्ट्री कॉलेज की स्थापना के लिए भी उन्होंने कहा।
इस दौरान जटायु संरक्षण एवं प्रजनन केन्द्र में महराजगंज जनपद के बृजमनगंज निवासी डॉ. दुर्गेश नन्दन के द्वारा किये गए उत्कृष्ट कार्यो को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सराहा तथा उन्हें प्रशस्ति पत्र दे के उनकी हौसला अफजाई भी किये।
डॉ दुर्गेश नंदन ने बताया कि 15 वर्षों के अंदर 40 जोड़े राज गिद्ध को प्रकृति में पुन स्थापित करने का लक्ष्य है।
इस दौरान डॉ. दुर्गेश नन्दन ( साइंटिफिक ऑफिसर, सेन्टर इंचार्ज), श्रीप्रकाश पटेल, मनोज पटेल, मनोज कुमार, अल्का दुबे, दिनेश चौरसिया आदि उपस्थित रहें।