डीबीएस न्यूज, महराजगंज: आज बुधवार को जिला कलेक्ट्रेट में डीएम सत्येंद्र कुमार की अध्यक्षता में मिशन वात्सल्य के अंतर्गत गठित जिला बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना जिला टास्क फोर्स बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना बाल विवाह रोकथाम जिला टास्क फोर्स तथा जिला टास्क फोर्स वन स्टॉप सेंटर की त्रैमासिक समीक्षा बैठक संपन्न हुई। इस दौरान डीएम ने सभी अधिकारियों को विशेष बच्चो और महिलाओं के कल्याण के प्रति सचेत रहने के निर्देश दिए।
बैठक में मिशन वात्सल्य एवं किशोर न्याय अधिनियम के अंतर्गत जिला बाल संरक्षण इकाई बाल कल्याण समिति तथा किशोर न्याय बोर्ड के कार्यों की समीक्षा किया गया। जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिए गए कि ऐसे बच्चे जो खासकर बॉर्डर क्षेत्र पर खोए हुए या लावारिस हालत में मिलते हैं तो उसकी सूचना एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट को आवश्यक रूप से दिया जाए और एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट इस बात का जांच करें कि वह बच्चे कहां से और किसके द्वारा लाए जा रहे हैं। साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश दिए गए कि बाल संरक्षण विषय पर जागरूकता एवं बचाव हेतु ग्राम स्तर पर गठित बाल संरक्षण समिति का बैठक किया जाए तथा मिशन वात्सल्य के अंतर्गत ब्लॉक बाल कल्याण एवं कल्याण संरक्षण समिति एवं वार्ड बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति की भी बैठक कराई जाए।
किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष ऐसे बच्चे जो कानून का उल्लंघन करने के कारण पुलिस द्वारा प्रस्तुत किए जाते हैं ऐसे मामलों में पुलिस द्वारा प्रारूप एक सामाजिक पृष्ठभूमि रिपोर्ट किशोर न्याय अधिनियम के अनुसार आवश्यक रूप से भरा जाए तथा जिलाधिकारी द्वारा यह भी निर्देश दिया गया कि किशोर न्याय अधिनियम के अनुसार साधारण अपराध हो जैसे मामलों में एफ आई आर दर्ज नहीं किया जाए।
बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत होने वाले पक्षों के मामलों में जिलाधिकारी द्वारा यह निर्देश दिया गया कि समस्त मामलों में सामाजिक अंकेक्षण रिपोर्ट समय से किया जाए तथा पुलिस को यह निर्देश दिया गया कि पॉक्सो एक्ट के अनुसार समस्त पक्षों के मामलों को बाल कल्याण समिति में आवश्यक रूप से रिपोर्ट करें और जहां बच्चों को संरक्षण व आश्रय की आवश्यकता है वहां बच्चों को प्रस्तुत भी करें।
उक्त के क्रम में जिलाधिकारी ने जिला प्रोबेशन अधिकारी को यह निर्देश दिया गया कि पुलिस के साथ संबंध करते हुए सीसीटीएनएस से माह जनवरी और फरवरी का डाटा निकाला जाए कितने पक्षों के मामले दर्ज हुए और सीडब्ल्यूसी में कितने पक्षों के मामले रिपोर्ट हुए उसको चेक किया जाए कि उसमें कितना डिफरेंस है।
ऐसे मामले जो बच्चे कानून का उल्लंघन किए हैं वह उनमें पुलिस किशोर ने बोर्ड के समक्ष बच्चों को लेकर आ रही है ऐसे मामलों में प्रारूप एक भरे जाने की आवश्यकता है जिसके लिए जिलाधिकारी ने जिला प्रोबेशन अधिकारी एवं मंडलीय तकनीकी सलाहकार यूनिसेफ को निर्देश दिया कि जनपद में होने वाली अगली क्राइम मीटिंग में प्रतिभाग करें। एवं उक्त विषय पर पुलिस को जागरूक करें।
अगली बिंदु को भीड़ से प्रभावित बच्चे एवं मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की चर्चा की गई जिसके अंतर्गत जिला अधिकारी महोदय द्वारा यह निर्देश दिया गया कि मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना सामान्य में 28 बच्चों की फाइल जो कंप्लीट है सीएनसीपी घोषित हो चुके हैं उन्हें जल्द से जल्द डीटीएफ द्वारा स्वीकृति किया जाए तथा उनको लाभ दिया जाए। साथ ही जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा यह सुझाव दिया गया कि मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना सामान्य के लाभ दिए जाने के लिए बच्चों को चिन्हित करने के विषय से विद्यालयों में सर्वे किया जाए जिससे कि ज्यादा से ज्यादा बच्चे चिन्हित हो और इस योजना का लाभ प्राप्त कर सके जिस के क्रम में जिलाधिकारी द्वारा यह निर्देश दिए गए कि एबीएसए द्वारा सभी विद्यालयों में यह सर्वे किया जाए तथा उसका डाटा डीपीओ के साथ साझा किया जाए।
कन्या सुमंगला योजना के अंतर्गत जिलाधिकारी महोदय द्वारा यह निर्देश दिया गया कि जितने मामले ब्लॉक स्तर पर या जनपद स्तर पर लंबित है उसे जल्द से जल्द निस्तारित किया जाए।
वन स्टॉप सेंटर के कार्यों की चर्चा के दौरान जिलाधिकारी द्वारा यह निर्देश दिया गया कि उक्त विषय पर ज्यादा से ज्यादा जागरूकता कार्यक्रम किया जाए ताकि जरूरतमंद महिलाओं को वन स्टॉप सेंटर के विषय में पता होता था वह इसका लाभ उठा पाए तथा वन स्टॉप सेंटर अपनी कार्यों का विस्तार करते हुए महिलाओं को एंपावर्ड करने उनको कौशल विकास का प्रशिक्षण देना तथा उनको किसी नौकरी से जोड़ने का कार्य करें जिससे कि महिलाएं अपने पैरों पर खड़ी हो सके और वह घरेलू हिंसा जैसे सामाजिक त्रुटियों से लड़ने में सक्षम हो पाए।
अंत में जिलाधिकारी महोदय द्वारा जनपद महाराजगंज में कार्यरत स्वयंसेवी संगठनों को यह निर्देश दिया गया कि वह बाल विवाह रोकथाम हेतु कार्य करें और इस कार्य में वह जिला बाल संरक्षण इकाई से संबंध में करते हुए जहां कहीं भी बाल विवाह के मामले आते हैं उसमें f.i.r. जरूर दर्ज करवाएं।
उक्त बैठक में सचिव जिला विधिक प्राधिकरण द्वारा प्रतिभा किया गया जिसमें उनके द्वारा यह सुझाव दिया गया कि जागरूकता कार्यक्रम में उनकी सहायता लिया जाए उनके पास पैरा लीगल वालंटियर है जो जो जागरूकता कार्यक्रम में प्रतिभाग कर सकते हैं तथा महिलाओं एवं बच्चों से जुड़े कानून के विषय पर लोगों को जागरूक कर सकते हैं।
उक्त बैठक में सचिव विधिक सेवा प्राधिकरण सीईओ लाइन एएचटीयू प्रभारी विदिशा परीक्षा अधिकारी जिला सूचना अधिकारी एसडीएम स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी महिला शक्ति केंद्र वन स्टॉप सेंटर तथा पीजीएसएस प्लान इंडिया सृष्टि सेवा संस्थान मानव सेवा संस्थान तथा चाइल्डलाइन के समस्त प्रभारी के साथ महिला कल्याण विभाग के समस्त कार्मिक उपस्थित रहे। मिशन वात्सल्य की इस बैठक में संचालन जिला प्रोवेशन अधिकारी ऋषि त्रिपाठी तथा नीरज शर्मा तकनीकी सलाहकार यूनिसेफ के द्वारा किया गया।