अजय प्रकाश का रिपोर्ट
डीबीएस न्यूज़ ,नई दिल्ली : भारतीय स्टेट बैंक (SBI) अगले पांच दिनों में ग्राहकों के लिए कई सारे नियमों मे बदलाव करने जा रहा है. एटीएम से पैसा निकालने सहित बैंक ब्रांच से पैसा निकालने और चेकबुक को लेकर नियमों में बदलाव होने वाले हैं. ये नये नियम अगले महीने 1 जुलाई से लागू हो जाएंगे. नए चार्जेस बेसिक सेविंग अकाउंट डिपोजिट (BSBD) अकाउंड होल्डर्स पर लागू होंगे.
एसबीआई बेसिक सेविंग्स बैंक डिपॉजिट अकाउंट (BSBD) क्या है?
एसबीआई बेसिक सेविंग्स बैंक डिपॉजिट अकाउंट समाज के गरीब तबके के लिए है ताकि वे बिना किसी शुल्क या चार्जेस के कारण अकांउट खोलने के लिए ज्यादा से ज्यादा प्रोत्साहित हो सकें. इसे जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट भी कहते हैं. इसमें न्यूनतम या अधिकतम बैलेंस की आवश्यकता नहीं होती. इन अकाउंट होल्डर्स को एटीएम-कम-डेबिट कार्ड मिलता है. कोई भी व्यक्ति जिसके पास वैध केवाईसी दस्तावेज हैं, वह एसबीआई में बीबीएसडी खाता खोल सकता है.
बीएसबीडी खाताधारकों के लिए हर महीने चार मुफ्त नकद निकासी उपलब्ध होगी – जिसमें एटीएम और बैंक शाखाएं शामिल हैं. बैंक फ्री लिमिट के बाद हर ट्रांजैक्शन पर 15 रुपये प्लस जीएसटी चार्ज करेगा. नकद निकासी पर शुल्क होम ब्रांच और एटीएम और गैर-एसबीआई एटीएम पर लागू होगा.
चेक बुक शुल्क
1. एसबीआई BSBD अकाउंट होल्डर्स को एक फाइनेंशियर ईयर में 10 चेक की कॉपी मिलती है. अब 10 चेक वाली चेकबुक पर चार्जेंस देने होंगे. 10 चेक के पत्तों के लिए बैंक 40 रुपये और जीएसटी चार्ज करेगा.
2. 25 चेक लीव के लिए बैंक 75 रुपये और जीएसटी चार्ज करेगा.
3. इमरजेंसी चेक बुक पर 10 पत्तों के लिए 50 रुपये और जीएसटी लगेगा.
4. वरिष्ठ नागरिकों को चेक बुक पर नए सेवा शुल्क से छूट दी जाएगी.
5. बैंक बीबीएसडी खाताधारकों द्वारा घर और अपनी या अन्य बैंक ब्रांच से पैसा निकालने पर शुल्क नहीं होगा.
एटीएम से पैसा निकालने के लिए होंगे ये नये नियम
एसबीआई के एटीएम या बैंक ब्रांच से 4 बार पैसा निकालना फ्री होगा. इसके बाद यानी फ्री लिमिट के बाद कैश निकालने पर 15 रुपये और जीएसटी का चार्ज लगाएगा. एसबीआई ने यह जानकारी ट्विटर के जरिये दी.
SBI ने हाल ही में चेक का उपयोग करके कैश निकालने की सीमा को बढ़ाकर ₹1 लाख प्रतिदिन कर दिया है. बचत बैंक पासबुक के साथ निकासी फॉर्म का उपयोग करके नकद निकासी को बढ़ाकर ₹25,000 प्रति दिन कर दिया गया है. इसके अलावा, तीसरे पक्ष की नकद निकासी, ₹50,000 प्रति माह (केवल चेक का उपयोग करके) तय की गई है ।