रिपोर्टर रतन गुप्ता
डीबीएस न्यूज, सोनौली: निकाय चुनाव में सफलता के लिए पार्टी हर वर्ग और तबके को साधने में लगी है। छह अप्रैल को भाजपा अपना स्थापना दिवस जोरशोर से मनाने जा रही है। स्थापना दिवस पर पार्टी प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 100 बूथों पर कार्यक्रम आयोजित करेगी।
नगरीय निकाय चुनाव को अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए पूर्वाभ्यास मान रही भाजपा नगरों में झंडा गाड़ने के लिए माइक्रो प्लानिंग में जुट गई है। अतीत में नगर निगमों में अपनी मजबूती का अहसास करा चुकी भाजपा निकाय चुनाव में नगर पालिका परिषदों और नगर पंचायतों में भी अपना दबदबा कायम करने में जुटी है।
निकाय चुनाव में सफलता के लिए पार्टी हर वर्ग और तबके को साधने में लगी है। छह अप्रैल को भाजपा अपना स्थापना दिवस जोरशोर से मनाने जा रही है। स्थापना दिवस पर पार्टी प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 100 बूथों पर कार्यक्रम आयोजित करेगी। इन कार्यक्रमों में यूं तो विभिन्न वर्ग की भागीदारी पर जोर होगा, लेकिन पार्टी प्रबुद्ध वर्ग पर खासतौर पर फोकस करेगी क्योंकि चुनावी सरगर्मी के बीच यही वर्ग सबसे मुखर होता है। स्थापना दिवस कार्यक्रम में प्रबुद्ध वर्ग को पार्टी की विचारधारा और मोदी-योगी सरकारों की उपलब्धियों से अवगत कराया जाएगा।
प्रदेश में बड़ी संख्या में नए नगरीय निकाय गठित हुए हैं। कई निकायों का सीमा विस्तार भी हुआ है। नवगठित और विस्तारित निकायों में शामिल हुए नए इलाके अभी तक ग्रामीण क्षेत्र थे। अपने काडर के दम पर भाजपा इन इलाकों पर खास तौर पर पैठ बनाने में जुटी है।
पार्टी ने किसान मोर्चा को खासतौर पर ऐसे इलाकों में जनसंपर्क और किसान सम्मेलन आयोजित करने का निर्देश दिया है। हर गांव में किसान मोर्चा की 11 सदस्यीय समितियां गठित हैं। किसान समितियों के माध्यम से भाजपा कृषक वर्ग को साधने में जुट गई है।
विभिन्न वर्गों में पैठ बनाने के लिए पार्टी ने स्थापना दिवस से लेकर 14 अप्रैल को डाॅ. भीमराव अंबेडकर के जन्मदिवस तक आयोजित किए जाने वाले सामाजिक न्याय सप्ताह के दौरान विशेष प्रयोजन से जनसरोकार से जुड़े कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय किया है। सामाजिक न्याय सप्ताह के दौरान युवा मोर्चा की ओर से आयोजित किए जाने वाले चिकित्सा शिविर और सहभोज कार्यक्रम विभिन्न वर्गों तक पार्टी की पहुंच बढ़ाने में मददगार साबित होंगे।
महिला मोर्चा को खासतौर पर अनुसूचित जाति की महिलाओं के साथ सहभोज कार्यक्रम की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उद्देश्य है कि सहभोज के माध्यम से अनुसूचित जाति परिवार की महिला से तादात्म्य स्थापित कर पार्टी पूरे घर को भाजपामय बनाए।
मतदाताओं के बीच सर्वाधिक हिस्सेदारी वाले पिछड़ा वर्ग को साधने के लिए पार्टी कमर कस चुकी है। इसके लिए पार्टी ने प्रतीक पुरुष के तौर पर समाज सुधारक ज्योतिबा फुले को चुना है जो माली जाति से ताल्लुक रखते थे। 11 अप्रैल को उनके जन्मदिवस को जोरशोर से मना कर भाजपा यह भी संदेश देना चाहती है कि सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ने वाले महापुरुषों पर किसी दल विशेष का अधिकार नहीं है।