महराजगंज में मनरेगा में ये कैसा हो रहा झोल, हाजिरी 37 मजदूरों की मौके पर लगा है मस्टररोल मौके पर 9 ही मौजूद
डीबीएस न्यूज। मनरेगा पहले से ही अपने भ्रष्टाचार को लेकर चर्चाओं में रहता आया है। मनरेगा के तहत कभी मुर्दों के नाम पर भुगतान हो जाता है तो कभी अचानक परिवार में कोई सदस्य पैदा हो जाता है जिसके नाम पर मनरेगा के तहत पैसा शुरु हो जाता है. श्रमिकों द्वारा फर्जी तरीके से भुगतान उठाने के कई मामले सुनने में मिलते ही रहते है. ताजा मामला निचलौल विकास खण्ड के ग्रामसभा किशनपुर का टोला पिपरडाणा में मनरेगा कार्य मे बड़ी झोल सामने आई है। वही। दूसरा मामला नौतनवां ब्लॉक के ग्राम पैसिया का है। यहां एक युवक कई महीनों से जेल में बन्द है लेकिन उसी युवक का पैसा मनरेगा से आ रहा है। और फर्जी तरीके से उसकी हाजरी भी लग जाती है।
इस दौरान कल मंगलवार को ग्राम किशनपुर मे उजागर हुआ कि मस्टरोल में कुल 37 श्रमिको का नाम अंकित था जबकि मौके पर केवल 9 श्रमिक ही काम करते मिले।
दरअसल निचलौल विकास खण्ड के किशनपुर ग्राम पंचायत में मनरेगा योजना के तहत कच्ची सड़क पर साफ सफाई का कार्य किया जा रहा था। जब जागरूक ग्रामीणों की शिकायत पर मौके पर पहुंचे डीबीएस न्यूज पत्रकार रामसागर मिश्रा ने देखा तो 37 के जगह केवल 9 मजदूर ही काम करते मीले जबकि शेष सभी श्रमिको क फर्जी तरीके से हाजरी भी लगी हुई थी।
गौरतलब है कि मनरेगा योजना में जितने दिन की हाजिरी चढ़ाया जाता है, उतने दिन की ही मजदूरी मिलती है। सरकार मनरेगा में झोलझाल के वजह से पारदर्शिता लाने के लिए ऑनलाइन हाजरी चेक करने का व्यवस्था कर दी है। लेकिन अभी भी मनरेगा भ्रस्टाचारियो के लिए दुधारू गाय साबित हो रही है।
