रिपोर्ट- रतन गुप्ता
डीबीएस न्यूज, सोनौली: महाशिवरात्रि के मुख्य अतिथि भारत के ओड़िशा स्थित जगन्नाथपुरी स्थित गोवर्धन मठ के शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती स्वामी गुरुवार को काठमांडू पहुंच गये है। वे लिंगपुराण, वेदपुराण, वेद, संस्कृत आचरण, वैदिक गणित पर तीन दिवसीय प्रवचन और व्याख्यात्मक प्रवचन देने के लिए शिष्यों और सहायकों सहित 10 सदस्यीय दल के साथ काठमांडू आये इस साल की महाशिवरात्रि शनिवार को पड़ रही है।
बुधवार को पशुपति क्षेत्र विकास निधि द्वारा आयोजित पत्रकार वार्ता में कोष के सदस्य सचिव डॉ. मिलन कुमार थापा ने बताया कि शंकराचार्य महाशिवरात्रि के एक दिन पहले से लेकर शिवरात्रि के एक दिन बाद तक शंकराचार्य पूजा उत्सव कार्यक्रम में भाग लेने के लिए काठमान्डू पशुपतिनाथ पहुंचें ।
कोष के अनुसार, वे चार शंकराचार्यों में सबसे वरिष्ठ व्याख्याता हैं, जिन्हें हिंदू धर्म के सर्वोच्च व्याख्याता और रक्षक माना जाता है। निधि के अनुसार वे जगतगुरु शंकराचार्य के 145वें उत्तराधिकारी हैं, जिनकी शुरुआत आठवीं शताब्दी से मानी जाती है।
पहले दिन शंकराचार्य का आशीर्वाद देने का कार्यक्रम है। पशुपति परिसर में महाशिवरात्रि के अवसर पर अपनी तरह का यह पहला विशेष कार्यक्रम आयोजित होने जा रहा है।
निधि के अनुसार नेपाल-भारत मैत्री पशुपति धर्मशाला में शंकराचार्य के रहने के लिए एक अति विशेष कक्ष में व्यवस्था की गई है। इस बीच पशुपति क्षेत्र विकास कोष ने अनुमान लगाया है कि महाशिवरात्रि पर इस बार करीब 20 लाख तीर्थयात्री पशुपतिनाथ के दर्शन करेंगे।
महाशिवरात्रि के आयोजन के लिए विभिन्न समितियों का गठन किया गया है। कोष ने महाशिवरात्रि के दिन केवल 50 श्रद्धालुओं को विशेष पूजा करने की अनुमति दी है। इससे पहले 200 से ज्यादा लोगों ने विशेष पूजा की थी।भारत से सोनौली बाडर होकर पशुपति नाथ जाने वालो की बसे कारो का ताता लगा हुआ है। पशुपतिनाथ क्षेत्र के सारे होटल बुक हो चुके है। लाखो लोग भारत से जा रहे है।