डीबीएस न्यूज़ नौतनवां : महराजगंज के नौतनवा ब्लाक में शेखफरेंदा ग्राम पंचायत में एक पढ़े लिखे नौजवान लालजी से बात करने पर पता चला कि ग्राम के किसी भी योजना के बारे में उसे कोई जानकारी नही है उनसे पूछा गया क्या आप खुली बैठक में जाते है तो उन्होंने बताया कि कएसी खुली बैठक आज तक गाव के निवासियों को खुली बैठको की कोई जानकारी नही मिली न ही गाँव के लिए बनाई गई योजनाओं में उन्हें सहभाग कराया जाता हैं।बड़ी अचंभे की बात तब सामने आई जब वे अपने गाँव के सेक्रेटरी का नाम तक नही बता सके पूछने पर बताया कि वे कभी आते ही नही हैं। गाँव के अन्य लोगो से बाते करने पर पता चला गाँव मे जो भी कार्य होते है।वे सिकरेटरी ओर प्रधान मिलकर ही तय करते होंगे अगर गाव की जनता के बीच कोई नई योजना या बजट के बारे में बताया जाता तो गांव में रहने वाले कुछ लोगो को तो इसकी जानकारी होती ही। तो आखिर क्या है मामला क्या सरकार के विकास कार्यो को ब्लाक के ही अधिकारी दबा दे रहे हैं।
आखिर इतनी बड़ी योजना को कैसे अनदेखी करके भ्रष्टाचार किया जा रहा
लोगो का कहना है। ये सिर्फ ग्राम सेखफरेंदा का ही हाल न होकर ब्लाक के 80% ग्राम सभाओ का हाल है।योजनाओं का लाभ प्रधान और सिकरेटरी गांव के उन लोगो को दिलाते हैं। जो उन्हें उसके बदले कुछ पैसे देते है या वे प्रधान के घर उनके हितेषी बनकर अक्सर बैठे पाये जाते है।
उदारहण हमे ब्लाक के एक ग्राम पंचायत डाली का मिला जिसमे लोगो ने बताया कि 3 आवास इसी भ्रष्टाचार के प्रतिफल थे।जिनकी जाच पर सिर्फ रिकवरी करवाकर संलिप्त अधिकारियों को छोड़ दिया गया जिन पर कोई कार्यवाही तक नही की गई।लोगो का पूछना हैं क्या ये सवैधानिक उल्लघंन नही है।