डीबीएस न्यूज, रतनपुर: ब्लाक सभागार में आज सीडीओ महराजगंज पवन अग्रवाल के अध्यक्षता में ग्राम प्रधानों के साथ बैठक की गई। बैठक में पराली जलाये जाने के परम्परा को बंद करने का निर्देश दिया। पराली जलाये जाने से तेजी से प्रदूषण फैलता है।
इस मौके पर सीडीओ ने कहा कि शासन द्वारा दिये गए निर्देशों का यदि कोई भी किसान या कम्बाइन मालिक उल्लंघन करता है तो उस पर सख्त कानूनी कार्यवाही की जाएगी, साथ ही किसी भी प्रकार की पराली जलने की घटना प्रकाश में आने पर दोषी के विरुद्ध पैनाल्टी लगाते हुए प्राथमिकी भी दर्ज की जाएगी तथा ग्रामसभाओं में फसल अवशेष जलने की दशा में वहां के ग्राम प्रधान व लेखपाल पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। अब ग्राम प्रधान की पूरी जिम्मेदारी बनती है कि वह देखरेख करें।
प्रधान ने कर दिया ऐसा सवाल
इस मौके पर दुर्गापुर ग्राम प्रधान प्रमोद यादव ने सीडीओ से प्रश्न किया कि यदि किसी किसान का फसल अगर किसी और के द्वारा जलाया गया तो दोषी किसान को ही मानकर उससे जुर्माना वसूला जाता है लेकिन महोदय वहीं अगर किसी किसान का फसल बिजली के सार्ट सर्किट से जला तो दोषी किसे माना जाएगा।
प्रमोद यादव ने कहा कि किसान को पराली जलाने से दिल्ली तक प्रदुषण फैल रहा है वहीं दिल्ली में लाखों नेताओं की गाड़ियां तथा बड़े-बड़े उद्योगपतियों के कारखानों से निकलने वाला प्रदुषण कहां तक जाता है।
उन्होंने कहा कि जब तक कारखानो व गाड़ियों के काफिले से निकलने वाले प्रदुषण पर रोकथाम नहीं लगाया गया तब तक सिर्फ किसान की पराली जलाने से प्रदुषण पर नियंत्रण नहीं पाया जा सकता है।
इस पर जिला विकास अधिकारी का उत्तर नही मिल पाया कहीं न कही ग्राम प्रधान के कई प्रश्नों में न उलझते हुए वे कन्नी काटते हुए स्पष्ट उत्तर नही दे पाए।
इस मौके पर महराजगंज डीडीएसी विनोद कुमार, डीओ हिमाचल सोनकर उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी, डीपीआरओ केवी वर्मा, एडीओ पंचायत राधेश्याम, ग्राम विकास अधिकारी रामकृष्ण प्रसाद, अवधेश यादव, संजय पाण्डेय, दिनेश पासवान, पिंगला चौधरी, रामकिशन वर्मा, ग्राम प्रधान हेमंत लाल श्रीवास्तव, प्रमोद यादव, अनिरुद्ध प्रसाद, भोला चौधरी, अकबर अली, इंद्रभान यादव तथा तमाम ग्राम प्रधान एवं ब्लाक कर्मचारी, रोजगार सेवक के साथ-साथ तमाम ग्रामीण मौजूद रहे।