सन्तोष कुमार की रिपोर्ट…..
डीबीएस न्यूज़, महराजगंज: जनपद महराजगंज का लाल आतंकवादियों से लड़ते हुए कश्मीर में हुआ शहीद। कश्मीर के अखनूर में सीमा पर भारत माँ की सेवा करते हुए महराजगंज का लाल चन्द्रबदन शर्मा पाकिस्तानी आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गये। उनके शहीद होने की सूचना उच्चाधिकारियों के माध्यम से ग्राम प्रधान प्रतिनिधि सुदामा प्रसाद को दिया गया। उन्होंने ने जाबाज शहीद बेटे की कुर्बानी की सूचना परिजनों को दिया। मौत की सूचना मिलते ही परिजन व क्षेत्रीय लोगो मे शोक की लहर दौड़ गयी। और लोग शहीद के घर पहुचने लगे। जानकारी के अनुसार कोतवाली क्षेत्र के ग्राम सभा सिसवनिया निवासी चन्द्रबदन शर्मा पुत्र भोला नाथ शर्मा गोरखपुर विश्वविद्यालय से एम ए की पढ़ाई पूरी करने के बाद सन 2017 में सेना में भर्ती हुए। जिनकी पोस्टिंग कश्मीर के अखनूर में सिग्नल कोर पर तैनात थे। पांच फरवरी को तड़के सुबह सवा तीन बजे पाकिस्तानी आतंकियों ने एकाएक हमला बोल दिया। लेकिन सिंग्नल कोर चन्द्रबदन आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए। बताया जाता है उनके सिर में दो गोलियां लगी थी। घटना के बाद आर्मी के अधिकारियों ने मौके पर पहुंच घटना स्थल का जायजा लिया व घटना की पूरी जानकारी ग्राम प्रधान के माध्यम से परिजनों को दिया। शहीद होने की सूचना मिलते ही परिजनों सहित गांव व क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गयी। माँ किरन, बहन काजल, भाई दीपक, विमल का रो रो कर बुरा हाल है। वही दादी रामरती ने बताया कि “हमार नाती कहत रहे कि दादी हम दस फरवरी के घरे आईब त तोहरे आँख के ऑपरेशन करा देहब” यह कह दादी फफक फफक कर रोने लगी।जिले में यह खबर हवा की तरह फैल गयी। जिस पर जिले के आला अधिकारी व जनप्रतिनिधि शहीद के घर पहुँच कर शहीद के परिजनों का हाल जाना व सांत्वना देते हुए हर सम्भव मदद करने का भरोसा दिलाया।
दादी के दुलारे थे शहीद चन्द्रबदन
शहीद की पचासी वर्षीय दादी रामरती शहीद चन्द्रबदन को बड़े होने के नाते उनका पालन पोषण व शिक्षा पर ज्यादा जोर देती थी जिससे चन्द्रबदन प्राइमरी से लेकर परास्नातक तक कि शिक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण किया था। उन्नीस वर्ष की उम्र देश की सेवा के लिए सेना में भर्ती होकर गांव क्षेत्र का नाम रोशन किया था।
चार भाई बहनों में सबसे बड़े थे शहीद चन्द्रबदन
शहीद चन्द्रबदन शर्मा अपने चार भाई बहनों में सबसे बड़े थे। उनसे छोटे भाई विमल शर्मा 22, छोटी बहन काजल 19, सबसे छोटा भाई दीपक शर्मा 17 है।उन्होंने कहा भाई के शहीद होने का दुःख है, तो वही देश के लिए शहीद हुए भाई पर गर्व भी है। चारो भाई बहनों की शादी नही हुई है। पिता भोला शर्मा गुजरात मे एक प्राइवेट कम्पनी में सुरक्षा गार्ड की नौकरी करते है। जो वर्तमान समय मे गुजरात में ही है। परिजनों द्वारा बेटे के शहीद होने की खबर मिलते ही घर के लिए चल दिये।
घटना की जानकारी मिलते ही पहुंचे सदर विधायक जयमंगल कन्नौजिया
कश्मीर के अखनूर में शहीद हुए चन्द्रबदन शर्मा के शहीद होने की खबर को सुनते ही सदर विधायक जयमंगल कन्नौजिया अपने सहयोगियों के साथ शहीद के घर पहुंच कर शहीद के परिजनों से मुलाकात कर बिंदुवार जानकारी प्राप्त कर परिवार को सांत्वना देते हुए परिवार को हर सम्भव मदद देने की बात कही। उन्होंने बताया कि भारत माँ की सेवा करते हुए हमारे क्षेत्र व जिले का लाल शहीद हो गया। अभी मात्र लगभग चार वर्ष ही देश की सेवा करने का मौका मिला कि आतंकियो के द्वारा अचानक हमले का जवाब देते हुए शहीद हो गया। इस घटना से परिवार सहित देश का अपूर्णनिय क्षति हुआ है।