डीबीएस न्यूज, गोरखपुर: गोरखपुर में शहीद अशफाक उल्ला खान प्राणि उद्यान ( चिड़ियाघर) का शिलान्यास 2011 में हुआ था। इस बीच प्रदेश में सपा और बसपा की सरकार बनी लेकिन निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका। लेकिन साल-2017 में महंत योगी आदित्यनाथ जैसे ही मुख्यमंत्री बने, वैसे ही काम में तेजी आ गई। चार सालों में चिड़ियाघर बनकर तैयार हो गया। यहां के बाड़े वन्य जीवों से आबाद भी हो गए। शनिवार को उद्घाटन के बाद रविवार यानी आज से आम लोग चिड़ियाघर की सैर कर सकेंगे। यह चिड़ियाघर 121 एकड़ में फैला है। कभी खीरी के जंगलों में पैदा हुई बाघिन मैलानी अब गोरखपुर प्राणि उद्यान की शान बन रही है। अब तक लखनऊ चिड़ियाघर में रह रही मैलानी बाघिन का ट्रांसफर गोरखपुर कर दिया गया है। अधिकारियों के मुताबिक, वह वहां बहुत खुश है। गोरखपुर चिड़ियाघर के लिए लखनऊ से 35 वन्यजीव भेजे गए हैं। इनमें यह बाघिन भी है। यहां कुल 155 वन्य जीव लाए जाने हैं। इसमें से 119 आ चुके हैं। बब्बर शेर, दरियाई घोड़ा, भालू, हिरण, तेंदुआ, गैंडा सहित कई वन्य जीव बाड़ों की शोभा बढ़ा रहे हैं।प्राणि उद्यान के अंदर बने कैफेटेरिया, फूड कोर्ट और अन्य दुकानों का लुफ्त उठा सकते हैं।
चिड़ियाघर में चलेगी दो गोल्फ कार
चिड़ियाघर के अंदर दो गोल्फ कार चलेगी। इसमें एक कार में 20 लोगों के बैठने की इंतजाम होगा। परिवार के साथ बुक कर या अलग-अलग लोग इसमें बैठकर चिड़ियाघर का आनंद ले सकेंगे।
इस वन्यजीव पर हर माह होता है इतना खर्च
बब्बर शेर – 70,000
गैंडा – 25,833
तेंदुआ – 22,900
भेडिया – 16,750