डीबीएस न्यूज। छोटे बच्चे लड़के और लड़कियां दोनों ही के साथ दुष्कर्म और गलत हरकत होने के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है। छोटे बच्चों से साथ गलत हरकत करने वालों को यह फायदा होता है कि उनका किया हुआ गलत काम नासमझ बच्चों को समझ नहीं आता।
मासूम और नासमझ होने के कारण अबोध बच्चे कुछ कह भी नहीं पाते। छोटे बच्चे ये नहीं समझ पाते की उनके साथ कौन अच्छा व्यवहार कर रहा है और कौन बुरा। ऐसी घटनाओं रोजाना घटती रहती है, लेकिन हम अपने बच्चों को हर रोज अपनी नजरों के सामने रखें यह नहीं हो सकता इसलिए पेरेंट्स को जरूरी है। कि अपनों बच्चों को कुछ जरूरी बातें समझाएं ताकि वह अपने आप को बचाकर रख सकें या किसी घटना का शिकार होने से बच सकें। ये रहीं वो कुछ जरुरी बातें जो अपने बच्चों को जरूर सिखाऐं।
ना जानने वालों को न दे प्रवेश
बच्चों के अच्छे बुरे व्यक्ति की पहचान कराना थोड़ा मुश्किल है। लेकिन इसके लिए एक उपाय यह है कि सभी बच्चे कार्टून और मूवी देखने के शौकीन होते हैं। उन्हें कार्टून के माध्यम से जो विलेन पात्र है उसके जरिए अच्छे-बुरे की पहचान करना सीखाऐं। बच्चे कार्टून सीख ही जाते हैं। उनकों बताऐं सभी अजनवी लोग उनकों नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए किसी भी ऐसे व्यक्ति को उनकी गैरमौजूदगी में प्रवेश न दें जिन्हें वो जानते नहीं हैं।
ये भी बताऐं सभी लोग बुरे नहीं
पैरेंट्स ही बच्चों को अच्छे-बुरे लोगों की पहचान करना आसानी से सिखा सकते हैं। बच्चों को बताऐं यदि कभी उन्हें मुसीबत में फंसने पर किसी की मदद चाहिए हो तो वह पुलिस व ऐसे व्यक्ति जो उनकी मदद कर सकते हों उनकी पहचान करना जरुर बताऐं। ऐसा आप बच्चों को पुलिस की फोटो दिखाकर उनकी वर्दी की पहचान कराकर बता सकते हैं।
खतरनाक जगहों की पहचान
बच्चों को सुनसान व खतरनाक जगहों, रास्तों के बारें में जानकारी अवश्य दें। कभी-कभार बच्चे खेलते कूदते सुनसान रास्तों व गलियों में पहुंच जाते हैं। जहां पर उनके साथ कोई भी घटना घटने का भय हो ऐसी जगहों के बारे में जरुर बताऐं।
सेफ प्लेस
खतरनाक जगहों के साथ-साथ बच्चों को सेफ जगहों के बारे में बताएं। उन्हें बताऐं की यदि उनको कभी लगे की कुछ गलत हो सकता है। तो उन सभी सेफ प्लेस की जानकारी दें जहां पर बच्चे खुद को सेफ महसूस कर सकें। साथ ही अपनी समस्या आप तक पहुंचा सकें। उन सभी लोगों से मिलवाऐं जो उनकी मदद कर सकें। जैसे पुलिस स्टेशन या किसी जानने बाले का घर बताएं।
बच्चों को बताएं गुड टच और बेड टच की पहचान करना
आजकल बच्चों के साख शोषण करने की घिनौनी हरकतें होने की समस्या ज्यादा सामने आ रही है। खासकर छोटी उम्र के बच्चों के साथ इन समस्या को होना कुछ ज्यादा ही है। माता-पिता दोनों का कर्तव्य है कि आप अपने बच्चों कों गुड टच और बेड टच के बारे में बताऐं। उनको बताऐं की किसी भी व्यक्ति फिर वो चाहे कोई भी हो उसका उनको छूने का तरीका कैसा हो।
जैसे – स्कूल में टीचर, ट्यूशन वाले सर या मैडम, बस में मौजूद स्कूल स्टाफ या बस स्टाफ, पड़ोस बाले अंकल, गार्ड आदि कोई भी व्यक्ति हो। उनको समझाऐं की अगर कोई व्यक्ति उनके नाजुक अंगों को, उनकें गालों को या उनसे बात करते वक्त किसी भी तरह की गलत हरकत करने की कोशिश करता है तो ऐसा करने वाले व्यक्ति के बारे में घर आकर जरुर बताऐं।