अजय प्रकश का रिपोर्ट
डीबीएस न्यूज़ लक्ष्मीपुर/महराजगंज: शौचालय के निर्माण एवं अनैतिक तरीके से धन गबन करने का एक मामला प्रकाश में आया है।
बता दे कि ग्राम टेढ़ी गांव में पूर्व एवं वर्तमान प्रधान पर शौचालय के निर्माण में धन गमन करने का आरोप लगा है। इस संबंध में आला अधिकारियों को सूचित एवं लिखित सूचना दी गयी आउट जांच भी करवाया गया लेकिन कोई फर्क नही पड़ा।
इस सम्बंध में सहायक जिला पंचायत राज अधिकारी महराजगंज को लिखित सूचना गांव के शैलेश पुत्र चंद्रभान ने दिया और अधिकारी भी आये जांच किये और जाँच में अनिमितता पाए फिर भी अधिकारी मौन है।
बता दे कि शौचालय के लिए कुल एक करोङ ग्यारह लाख चौरासी हज़ार रुपये धनराशि मुक्त किया गया लेकिन प्रधान ने कुल लक्ष्य 854 के प्रति से 12000 रुपये की दर से एक करोङ दो लाख अड़तालीस हज़ार रुपये की व्यक्तिगत शौचालय के निर्माण हेतु धन की आवश्यकता थी लेकिन इसके सापेक्ष आवश्यक धनराशि मूल्य एक करोङ दो लाख अड़तालीस हज़ार उक्त ग्राम पंचायत को नौ लाख छत्तीस हज़ार प्राप्त हुई थी ग्राम पंचायत अधिकारी कृष्ण मोहन वर्मा द्वारा अवगत कराया गया कि उक्त धनराशि जनपद को वापस कर दिया गया ,इनके कथानुसार वर्तमान में ग्राम निधि -6 के खाते में पिंक शौचालय के निर्माण हेतु दो लाख दस हज़ार व ब्याज की ही धनराशि अवशेष किया गया जा चुका है ।
बीस लाभार्थियो द्वारा नोटरी बयान हल्फ़ी के माध्यम से शौचालय मद में शासकीय धन प्राप्त न होने व निर्माण न होने की शिकायत का स्थलीय जांच करने पर पाया गया कि संगीता पत्नी रामसेवक द्वारा अवगत कराया गया कि उक्त शौचालय निर्माण हेतु शासकीय धनराशि उक्त लाभार्थी को दिए जाने के साक्ष्य तत्कालीन सचिव दिनेश राय मिलिंद चौधरी व वर्तमान सचिव कृष्ण मोहन वर्मा द्वारा उपलब्ध नही करवाया जा सका जिससे प्रथम दृष्टया प्रतीत होता है कि नोटरी देय उक्त लाभार्थी का शौचालय मद की धनराशि दो लाख चालीस हजार का दुरुपयोग कर लिया गया है ,शेष कुल 854 लाभार्थी से 20 लाभार्थी के पुष्टि के उपरांत शेष लाभार्थी 834 में से अधिकतर का स्थलीय सत्यापन में पाया गया कि 294 व्यक्तिगत शौचालय का निर्माण नही कराया गया है । जिससे प्रतीत होता है कि प्रथम दृष्टया उक्त मद से व्य्य धनराशि 294×12000=3528000 शासकीय धनराशि गबन कर लिया गया है ।
उक्त ग्राम पंचायत में व्यक्तिगत शौचालय मद धनराशि में प्रथम दृष्टया मूल्य 240000+3528000=3768000(सैंतीस लाख अड़सठ हज़ार रुपए) शासकीय धनराशि का दुरुपयोग पाया गया । जिसके लिए तत्कालीन प्रधान से दुरुपयोग की धनराशि का 1/2 भाग 1884000 ,सचिव दिनेश राय ,मिलिंद चौधरी ,विवेकानंद राय दोषी है ,तीनो सचिवों के संभावित समयावधि के अनुसार 1/2 भाग 1884000 का 1/3 भाग क्रमशः 628000 तीनो से शासकीय धनराशि के दुरुपयोग हेतु दोषी पाया गया है । इसके समंध में अभी तक कोई कार्यवाही नही किया गया है ।