डीबीएस न्यूज, यमुनानगर (हरियाणा): हरियाणा सरकार ने ट्रांसफर ड्राइव में अतिथि अध्यापकों को शामिल नहीं किया है व ट्रांसफर ड्राइव में अतिथि अध्यापकों की पोस्ट को खाली माना जाएगा।
कल जिला करनाल में हरियाणा भर से अतिथि अध्यापकों की राज्य स्तरीय मीटिंग का आयोजन किया गया जिसमें हास 22 के राज्य प्रधान सतपाल शर्मा ने कहा कि वह 16 वर्षों से शिक्षा विभाग में अपना योगदान दे रहे हैं और उन्होंने अपनी मेहनत के बल पर स्कूलों के परीक्षा परिणामों की प्रतिशतता को भी बढ़ाया है। अब सरकार जो ट्रांसफर ड्राइव चला रही है उसमें अतिथि अध्यापकों की पोस्टों को खाली मानना अतिथि अध्यापकों के साथ बहुत ही प्रताड़ना भरा व्यवहार है। एक तरफ जहां अतिथि अध्यापक आस लगाए बैठे थे कि उनके साथी जो 200 से 250 किलोमीटर दूर बैठे अपनी सेवाएं दे रहे हैं वह अपने गृह जिले में आकर नौकरी करेंगे। अब उन अतिथि अध्यापकों को रिक्त पद मान लिए जाने के कारण वह ऑन रोड हो जाएंगे और जो नजदीक बैठे गेस्ट टीचर वह भी दूर स्थानों पर भेज दिए जाएंगे। अतिथि अध्यापकों का वेतन रेगुलर अध्यापक से पहले ही 4 गुना कम है और इतने कम वेतन में वह दूर स्थानों पर नौकरी करके अपना जीवन यापन किस प्रकार कर पाएंगे यह भी एक सोचनीय विषय है। हास 22 के राज्य प्रधान सतपाल शर्मा ने सरकार से गुहार लगाई है कि वह अतिथि अध्यापकों के हितों का ध्यान रखते हुए उनको ट्रांसफर ड्राइव में शामिल किया जाए और जो दूर दराज गेस्ट अध्यापक नौकरी कर रहे हैं उनको भी गृह जिले में लाया जाए। हास 22 के राज्य प्रधान ने कहा 4 जुलाई रविवार को शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुज्जर के निवास स्थान पर प्रदेश स्तरीय रैली की जाएगी जिसमें पूरे हरियाणा से गेस्ट टीचर बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे। वही संगठन महासचिव हितेश ने कहा कि सरकार को समान काम के बदले समान वेतन गेस्ट अध्यापकों को दिया जाना चाहिए।