डीबीएस न्यूज, महराजगंज: बुधवार को समाजवादी पार्टी से पूर्व सांसद कुंवर अखिलेश सिंह ने नौतनवा स्थित अपने कुंवर आवास पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा सरकार पर हमला बोला।
हाल ही में जिला पंचायत अध्यक्ष प्रभु दयाल चौहान से वित्तीय एवं प्रशासनिक अधिकारों को छीन लिया गया है इस पर बोलते हुए पूर्व सांसद ने कहा कि भाजपा सरकार लोकतांत्रिक प्रक्रिया और परंपराओं का गला घोट तानाशाही शासन चला रही है।
गौरतलब है कि अभी हाल ही में जिला पंचायत अध्यक्ष प्रभु दयाल चौहान भाजपा का दामन छोड़ समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण किये थे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद कुंवर अखिलेश सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा महाराजगंज जनपद के जिला पंचायत अध्यक्ष प्रभु दयाल चौहान के वित्तीय एवं प्रशासनिक अधिकारों को छिनना लोकतंत्र की हत्या के समान है। भाजपा सरकार लगातार लोकतांत्रिक प्रक्रिया एवं परंपराओं को समाप्त कर देश के अंदर तानाशाही को लागू करना चाहती है यदि जिला पंचायत अध्यक्ष ने कोई वित्तीय अनियमितता किया है तो अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत महाराजगंज को भी निलंबित करना चाहिए। मेरे संज्ञान में लाया गया है कि जिला पंचायत महाराजगंज में विगत 25 वर्षों से भाजपा का जिला पंचायत अध्यक्ष रहा है और निर्माण कार्यों में 40% कमीशन लिया जाता रहा है। महाराजगंज जनपद में जब से जिला पंचायत के चुनाव हुए हैं तब से 2016 तक के निर्माण कार्यों की जांच करा ली जाए तो करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार उजागर होगा जबकि पूर्व जिला पंचायत अध्यक्षा दलित की बेटी आज खेतों में काम कर रही है। अति पिछड़े समाज के बेटे प्रभु दयाल चौहान ने भाजपा के सांसद के अनुचित दबाव को नहीं माना और भाजपा के तानाशाही पूर्ण रवैया से आजिज आकर जब समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर लिया तो यह बात भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को पसंद नहीं आई और अधिकारियों को मोहरा बनाकर महराजगंज में लोकतंत्र की हत्या की गई। अधिकारियों को सदैव यह याद रखना चाहिए कि लोकतंत्र में सरकारें आती-जाती रहती हैं। उनके द्वारा लिए गए गलत निर्णय को भी आने वाले सरकारों में समीक्षा होगी। समाजवादी पार्टी प्रभु दयाल चौहान के साथ हुए अन्याय पूर्ण कार्रवाई के विरुद्ध माननीय न्यायालय के दरवाजे तक जाएगी और आगामी जिला पंचायत के चुनाव में इस प्रकरण को जनता की अदालत में रखेगी। जिन अधिकारियों ने प्रभु दयाल चौहान के विरुद्ध कार्रवाई हेतु शासन को गुमराह किया है उनके अंदर अगर तनिक भी साहस है तो विगत 25 वर्षों के जिला पंचायत कार्यों की जांच सीबीआई से करा लें। सच सामने आ जाएगा।