डीबीएस न्यूज, हाथरस: पीड़िता के परिवार से सोमवार को मुलाकात करने गए आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह और विधायक राखी बिड़लान पर एक शख्स ने काली स्याही फेंक दी। यह घटना पीड़ित के गांव के बाहर हुई। स्याही फेंकने वाले आरोपी दीपक शर्मा को हिरासत में लिया गया है। संजय सिंह आज अपनी पार्टी के प्रतिनिधि मंडल के साथ हाथरस गए हैं।
#WATCH: An unidentified person throws ink at the Aam Aadmi Party (AAP) delegation that is in Hathras to meet the family members of the alleged gangrape victim. pic.twitter.com/mth5GtkXBN
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 5, 2020
घटना की जो फुटेज सामने आई हैं, उसमें देखा जा सकता है कि आप सांसद गांव के बाहर मीडिया से बातचीत कर रहे हैं, इसी दौरान काली शर्ट पहने एक शख्स आता है और सांसद पर काली स्याही फेंक देता है। आरोपी ने स्याही फेंकने के बाद नारे भी लगाए। बता दें कि संजय सिंह और राखी बिड़लान 5 लोगों के डेलिगेशन के साथ पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे।
कई दिनों तक हाथरस के पीड़िता के गांव को पुलिस की घेराबंदी में रखने और मीडिया पर रोक लगाने के बाद पुलिस ने शनिवार के बाद से यहां रास्ते खोले हैं। इसके बाद कई पार्टियों और संगठनों ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की है। सबसे पहले यहां पर कांग्रेस से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पहुंचे थे।
संजय सिंह ने कहा कि आज प्रदेश के कोने कोने में बेटियों के साथ दरिंदगी हो रही है। जो बताता है कि योगी आदित्यनाथ से प्रदेश नहीं संभल रहा है, इसलिए उन्हें इस्तीफा देकर अपने मठ में वापस लौट जाना चाहिए। आप नेता ने कहा कि जिस तरह से हाथरस मामले में वहां के जिलाधिकारी को बचाया जा रहा है, उससे भी साफ लग रहा है कि कहीं, मुख्यमंत्री की पोल ना खुल जाए, इसलिए जिलाधिकारी को सस्पेंड करने के बजाए बचाया जा रहा है।
स्याही फेंकने को लेकर आप कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तीखी झड़प हुई, जिसके बाद लाठीचार्ज होने की खबर है। आपको बता दें कि हाथरस कांड को लेकर जारी सियासी घमासान के बीच पुलिस ने आज राष्ट्रीय लोकदल के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी और भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद सहित 400 कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज किया है। रविवार को जयंत चौधरी और चंद्रशेखर आजाद अपने समर्थकों के साथ पीड़ित परिवार से मिलने बुलगढ़ी पहुंचे थे। जबकि जिला प्रशासन धारा 144 और महामारी एक्ट के तहत महज पांच लोगों को ही जाने की अनुमति दी थी। हालांकि दोनों ही नेता सैकड़ों समर्थकों के साथ पहुंचे। जिसके बाद जमकर हंगामा हुआ और पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया था।