डीबीएस न्यूज, गोरखपुर: चिलुआताल थाना पुलिस ने बीते 30 जून को दुष्कर्म व धमकी देने के आरोप में मेडिकल रोड पर स्थित एक अस्पताल के मालिक डा.अभयनंदन सिंह पर मुकदमा दर्ज किया गया था।
पीड़िता का कहना है कि बीते 28 सितम्बर को अस्पताल मालिक ने उसे अस्पताल पर बुलाया और आपरेशन थिएटर में बंद कर उसके साथ दुष्कर्म किया और मुकदमा न दर्ज कराने की धमकी भी देने लगा। इसके बाद 8 फरवरी को फिर खजनी चौक पर मुझ पर झपट्टा मारा गया। उसके बाद हमने कई बार पुलिस थाने का चक्कर काटा, एडीजी सर से भी मिली फिर जाकर 30 जून को उक्त चिकित्सक के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया गया। लेकिन अभी तक उसकी गिरफ्तारी नही हुई है। उससे मुझे खतरा की आशंकाए बनी रहती है।
एडीजी से गुहार लगाई थी पीड़िता
एडीजी के निर्देश पर चिलुआताल पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की जाच कर रहे हैं। महिला ने थाने में गवाही दी की वह महराजगंज में स्वास्थ्यकर्मी है। उसका चिकित्सक से परिचय था, चिकित्सक ने अस्पताल खोलने के लिए उससे मदद मांगी। महिला ने इसके लिए चिकित्सक को रूपये दिए थे। लेकिन बाद में चिकित्सक वह रूपये उसे लौटाने में आनाकानी करने लगा। रूपये मागने पर वह धमकी देने लगा। बीते 28 सितम्बर को चिकित्सक ने उसे रूपये देने के लिए अस्पताल पर बुलाया और उससे दुष्कर्म किया।
न्याय की गुहार लेकर गोरखपुर प्रेस क्लब पहुंची पीड़िता
अभियुक्त की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पीड़िता गोरखपुर प्रेस क्लब पहुंची थी। वहां उन्होंने पत्रकारों को बताया कि उनका बलात्कार किया गया, जिसका मुकदमा लिखवाने के लिए उन्हें कई बार थाने के चक्कर काटने पड़े। अंततः मुकदमा तो दर्ज हो गया लेकिन अभी भी गिरफ्तारी नही हुई है। एक बलात्कारी समाज मे खुलेआम घूम रहा है। पुलिस उसपर कोई एक्शन नही ले पा रही है। उन्होंने कहा कि धारा 376 लगने के बाद पहले गिरफ्तारी होती है तब जांच होती है लेकिन न जाने किन कारणों से पुलिस अभियुक्त की गिरफ्तारी नही कर रही है।