रिपोर्ट- एडवोकेट रवि प्रकाश मिश्र
डीबीएस न्यूज, उत्तर प्रदेश: प्रधानों की विदाई की बेला आने वाली है। पिछले पांच सालों से गांव की संसद चला रहे प्रधानों का कार्यकाल 25 दिसंबर को पूरा हो जाएगा। चूंकि इस बार कार्यकाल से पहले पंचायतों के चुनाव नहीं हो पा रहे हैं इसलिए चुनाव होने तक गांव की संसद की जिम्मेदारी एडीओ पंचायत संभालेंगे। इसके अलावा अन्य जिला स्तरीय अधिकारियों को भी ग्राम पंचायतों के संचालन की जिम्मेदारी दी जाएगी। इस संबंध में शासनादेश का इंतजार पंचायतीराज विभाग द्वारा किया जा रहा है।
जनपद में ग्राम प्रधानों का कार्यकाल 25 दिसंबर को अंतिम रूप से पूरा हो जाएगा। इसके साथ ही प्रधानी चला रहे जनप्रतिनिधियों के इस कार्यकाल की जिम्मेदारी भी खत्म हो जाएगी। पंचायत चुनाव समय पर नहीं हो पा रहे हैं इसलिए पंचायतों को चलाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था कराई जाएगी। डीपीआरओ स्वामीदीन का कहना है कि कार्यकाल खत्म होने से पहले संचालन के लिए पंचायतों का आवंटन संबंधित अधिकारियों, कर्मचारियों को कर दिया जाएगा। एडीओ पंचायत के अलावा अन्य अधिकारियों को भी पंचायतों के संचालन की जिम्मेदारी मिलेगी। जो भी दिशा निर्देश आएंगे उसके अनुसार कार्रवाई करा दी जाएगी।
6 जनवरी को होगा वार्डों का प्रकाशन
जनपद में इस समय पंचायत चुनाव की तैयारियों को लेकर कार्रवाई चल रही है। शासनादेश के तहत 4 दिसंबर से 11 दिसंबर के बीच पंचायत वार जनसंख्या का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जा रहा है। 12 दिसंबर से 21 दिसंबर तक ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत तथा जिला पंचायत की प्रस्तावित वार्डों की सूची तैयार होगी और उसका प्रकाशन किया जाएगा। इस सूची पर 22 दिसंबर से 25 दिसंबर के बीच आपत्तियां ली जाएंगी। 27 दिसंबर से 2 जनवरी तक आपत्तियों का निस्तारण होगा। 3 जनवरी से 6 जनवरी के बीच सभी वार्डों की अंतिम सूची का प्रकाशन कर दिया जाएगा।